

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन भी दाखिल होने लगे हैं। अब तक तीन नामांकन भरे गए जिसमें से तीनों को चुनाव आयोग ने रद्द कर दिया है।
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद देश के अगले उपराष्ट्रपति कौन होंगे, इस पर अभी चर्चाएं तेज हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन भी दाखिल होने शुरू हो गए हैं। एनडीए की ओर से अभी तक किसी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया गया है। वहीं इंडिया ब्लॉक ने भी अभी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार का नाम तय नहीं किया है। इस बीच तीन नामांकन अभी तक दाखिल किए जा चुके हैं और तीनों का चुनाव आयोग ने रद्द कर दिया है।
क्यों खारिज हुए नामांकन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन तीन लोगों ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था उनका नामांकन चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव अधिनियम की धारा 5 (B) की उपधारा (4) के तहत खारिज कर दिया है। जिन तीन लोगों के नामांकन खारिज किए गए उनमें तमिलनाडु के सलेम के रहने वाले पद्मराजन, दिल्ली मोती नगर के रहने वाले जीवन कुमार मित्तल और राजशेखर शामिल हैं।
पद्मराजन और जीवन कुमार मित्तल ने अपने संसदीय क्षेत्रों की वोटर लिस्ट की प्रमाणित कॉपी अटैच की , जिसमें रजिस्टर्ड वोटर के रूप में उनका नाम था लेकिन ये उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी होने से पहले की थीं, इसलिए इनका नामांकन रद्द हो गया। वहीं राजशेखर जमानत की 15 हजार रुपये जमा नहीं करा पाए जिसके चलते उनका भी नामांकन रद्द कर दिया गया।
नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है और दस्तावेजों की जांच 22 अगस्त को की जाएगी। नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 25 अगस्त है। अगर जरूरी हुआ तो 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग होगी। वोटिंग सुबह 10 बजे से शाम के 5 बजे तक होगी। 9 सितंबर के ही दिन काउंटिंग भी होगी और विजेता के नाम का ऐलान किया जाएगा।
एनडीए ने उम्मीदवार चुनने के लिए किसे अधिकृत किया?
एनडीए ने उपराष्ट्रपति चुनाव में गठबंधन का उम्मीदवार चुनने के लिए बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा को अधिकृत किया है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि गठबंधन के नेताओं ने अपने उम्मीदवार पर निर्णय लेने के लिए मोदी और नड्डा, जो क्रमशः लोकसभा और राज्यसभा में सदन के नेता हैं, को अधिकृत करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया। संसद के दोनों सदनों के सदस्यों वाले निर्वाचक मंडल में राजग के पास पर्याप्त बहुमत होने के कारण, गठबंधन उम्मीदवार का संवैधानिक पद पर चुनाव होना लगभग तय है।
सहयोगी दलों के सीएम दिल्ली में रहेंगे मौजूद?
एनडीए के सहयोगी दलों के मुख्यमंत्रियों के NDA उम्मीदवार के नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद रहने की उम्मीद है। शिवसेना नेता एवं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राकांपा प्रमुख अजित पवार के भी इस दौरान मौजूद रहने की संभावना है। कुल 788 सदस्यों की अधिकतम संख्या के मुकाबले, दोनों सदनों की प्रभावी संख्या 781 है, क्योंकि निचले सदन में एक और उच्च सदन में छह रिक्तियां हैं। सत्तारूढ़ राजग के सदस्यों की संख्या लगभग 422 है, जो बहुमत के 391 के आंकड़े से काफी अधिक है।
