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किसानों के मंचों पर गरजा बुलडोजर

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पुलिस ने अस्थायी रैन बसेरों को गिरा दिया है
खनौरी और शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच तनातनी जारी है। प्रदर्शनकारियों से पुलिस लगातार सड़कों से हटने की अपील कर रही है। बात न मानने वाले किसानों को हिरासत में लिया जा रहा है। वहीं पुलिस सड़कों पर लगे रैन बसेरों और ट्रॉलियों को जेसीबी द्वारा हटाने में जुटी है। बॉर्डर पर हो रही कार्रवाई का अपडेट जानने के लिए जुड़े रहें।
पंजाब में खनौरी बॉर्डर (Khanauri Border) पर पुलिस और किसानों के बीच तनातनी जारी है। वहीं, शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) पर भी सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद है। इस बीच पुलिस ने कई बड़े किसान नेताओं को हिरासत में लिया है। आज दोपहर मोहाली में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर (Sarwan Singh Pandher) को हिरासत में लिया गया, जिसके बाद से ही किसान और जवान अलर्ट हो गए। वहीं, पुलिस द्वारा खनौरी और शंभू बॉर्डर से प्रदर्शनकारियों को हटाया जा रहा है। किसानों के तंबू और ट्रॉली आदि को भी हटा दिया गया है। खनौरी-शंभू बॉर्डर पर हो रही कार्रवाई का यहां आप अपडेट जान सकते हैं। 

किसानों पर क्यों हुई कार्रवाई?

पंजाब वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि बॉर्डर बंद होने से व्यापार को नुकसान हो रहा था। इन सभी स्थितियों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। हम किसान नेताओं से कह रहे हैं कि उनकी लड़ाई केंद्र से है। आप केंद्र से लड़िए। हम आपके साथ हैं। आप बॉर्डर बंद करके पंजाब को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। 

एम्बुलेंस, बसें और अग्निशमन व दंगा-रौधी वाहन तैनात\

किसानों ने कहा कि विरोध स्थलों के पास एम्बुलेंस, बसें, अग्निशमन और दंगा-रोधी वाहन तैनात किए गए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी किसान पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू (शंभू-अंबाला) और खनौरी (संगरूर-जींद) सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं।

 

शंभू बॉर्डर हुआ साफ

शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रशासन का एक्शन जारी है। दोनों मोर्चों पर इंटरनेट सेवाएं ठप हैं। मोर्चों के आसपास क्षेत्र में इंटरनेट सेवा भी बंद है। जानकारी के अनुसार, शंभू बॉर्डर बिल्कुल क्लियर हो गया है। किसानों के मंचों पर जेसीबी द्वारा कार्रवाई की गई है।

 

आज खोल दिया जाएगा बॉर्डर: SSP नानक सिंह

पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर पुलिस की कार्रवाई पर पटियाला के SSP नानक सिंह ने कहा, किसान लंबे समय से शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। आज ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने उन्हें उचित चेतावनी देने के बाद इलाके को खाली करा दिया। कुछ लोगों ने घर जाने की इच्छा जताई। इसलिए उन्हें बस में बैठाकर घर भेज दिया गया। इसके अलावा, यहां के ढांचे और वाहनों को हटाया जा रहा है। एसएसपी ने कहा…

 

पूरी सड़क को साफ कर यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। हरियाणा पुलिस भी अपनी कार्रवाई शुरू करेगी। जैसे ही उनकी तरफ से रास्ता खुलेगा, हाईवे पर आवाजाही फिर से शुरू हो जाएगी। हमें किसी भी तरह का बल प्रयोग करने की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि कोई विरोध नहीं हुआ। किसानों ने अच्छा सहयोग किया और वे खुद ही बसों में बैठ गए।

‘हमें एक्शन के लिए मजबूर न करें’

डीआईजी पटियाला रेंज मनदीप सिंह ने बॉर्डर से किसानों से हटने की अपील की है। मनदीप सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि माताओं, हमें उम्र भर किसानों पर किसी प्रकार का एक्शन लेने के लिए विवश न करें। मनदीप सिंह ने कहा कि 101 फीसदी खनौरी बॉर्डर से आज प्रदर्शनकारियों को हटा दिया जाएगा।

 

किसी भी प्रकार से टकराव की स्थिति में न पड़े। सरकार का आदेश है कि रास्ते को साफ करवाया जाए, जिसके चलते हाथ जोड़कर सभी से अपील है कि किसान खुद ही मोर्चे को समाप्त कर दें, अन्यथा पुलिस कड़ा एक्शन लेगी। किसी को भी शांति भंग नहीं करने की जाएगी।

 

किसानों को तुरंत रिहा किया जाए: एडवोकेट धामी

उधर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा है कि लंबे समय से अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे किसानों को पंजाब सरकार द्वारा धोखे से गिरफ्तार करना देश के अन्नदाता का बड़ा अपमान है। दुखदायी है कि देश की तरक्की, खुशहाली और आर्थिकता में बड़ा हिस्सा डालने वाले किसान आज सरकारों की किसान विरोधी नीतियों से पीड़ित हैं।

आज का दिन पंजाब सरकार के लिए अत्यंत शर्मनाक है , जब किसान नेताओं को केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत के बाद धोखे से गिरफ्तार कर लिया गया है। एडवोकेट धामी ने कहा कि क्या सरकारें किसानों से इतना भयभीत हो गई है कि वे किसानों के साथ बातचीत करने में भी असमर्थ हैं।

Red Max Media
Author: Red Max Media

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