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झारखंड में वन भूमि घोटाले को लेकर ईडी की बड़ी कार्रवाई

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प्रतीकात्मक तस्वीर

बोकारो में सेक्टर 12 थाना क्षेत्र के तेतुलिया मौज में स्थित वन विभाग के 103 एकड़ वन भूमि जमीन को लेकर ईडी का छापा पड़ा है। ये छापेमारी रांची समेत कई जगहों पर हुई है।

झारखंड में एक बार फिर ईडी की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। मंगलवार सुबह तड़के ईडी की टीम ने राजधानी रांची के लालपुर, कांके और हटिया समेत कई इलाकों में छापेमारी की। यह कार्रवाई एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के दफ्तरों और उससे जुड़े लोगों के आवास पर की गई। बताया जा रहा है कि झारखंड और बिहार में कुल 15 ठिकानों पर यह छापेमारी की गई है। यह रेड बोकारो में सामने आए वन भूमि घोटाले को लेकर की गई है। जानकारी के अनुसार, बोकारो के बारी कॉपरेटिव पर ईडी ने छापेमारी की है।

क्या है पूरा मामला

बोकारो जिले के तेतुलिया मौजा में लगभग 100 एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जे और घोटाले का मामला वर्ष 2022 में सामने आया था। आरोप है कि भू-माफियाओं ने प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से यह जमीन एक निजी कंपनी को सौंप दी। जांच में पता चला कि वर्ष 2013 में चास थाना क्षेत्र के सर्वे प्लॉट संख्या 426/450 को ‘जंगल साल’ यानी वन भूमि के बजाय ‘पुरानी परती’ भूमि के रूप में दर्ज कर लिया गया।

इसके बाद महेंद्र कुमार मिश्र नामक व्यक्ति ने वर्ष 2013 में सीएनटी एक्ट की धारा 87 के तहत बोकारो इस्पात परियोजना प्राधिकरण के खिलाफ मुकदमा दायर किया, जिसमें जिला प्रशासन की भूमिका संदिग्ध पाई गई। हालांकि, 2014 के बाद उन्होंने खुद को मामले से अलग कर लिया, लेकिन तब तक कई स्तर पर गड़बड़ियां हो चुकी थीं।

सीआईडी भी कर रही जांच

वन भूमि घोटाले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर सीआईडी ने भी जांच शुरू कर दी है। बोकारो वन प्रमंडल के प्रभारी वनपाल रुद्र प्रताप सिंह की शिकायत पर 18 मार्च 2024 को सेक्टर-12 थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी। मामले में IPC की धारा 406, 420, 467, 468, 471, 120बी/34 के साथ-साथ फॉरेस्ट एक्ट की धारा 30(सी)/63 भी जोड़ी गई है। इस  छापेमारी से घोटाले से जुड़े और भी बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

Red Max Media
Author: Red Max Media

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