

भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर बनी सहमति की घोषणा होते ही कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार और पीएम मोदी की आलोचना करने लगी थी तब कांग्रेस नेता शशि थरूर सीजफायर का महत्व और जरूरत समझाने लगे थे। इतना ही नहीं उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को भी आड़े हाथों ले लिया था।
कांग्रेस वर्किंग कमिटी की आज हुई बैठक में भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर बनी सहमति पर चर्चा हुई। बैठक में सभी नेताओं ने अपना पक्ष रखा और एक सुर में पार्टी का संदेश देश तक पहुंचाने की बात कही गई। वहीं, लोकसभा सांसद शशि थरूर के हाल ही में दिए गए बयानों को लेकर कांग्रेस पार्टी में बेहद नाराजगी है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि इस बार शशि थरूर ने लक्ष्मण रेखा लांघ दी है। सूत्रों का यह भी कहना है कि आलाकमान ने नेताओं को हिदायत दी है कि वे इस मुद्दे पर अपनी व्यक्तिगत राय व्यक्त करने के बजाय पार्टी का पक्ष रखें।
शशि थरूर ने US राष्ट्रपति को लिया था आड़े हाथों
दरअसल, शशि थरूर ने 12 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीजफायर की घोषणा पर X पर एक पोस्ट डाली थी जिसमें उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की और साथ हीं किसी तीसरे देश द्वारा मध्यस्थता की बात को नकारा था। थरूर ने कहा था, ”ट्रंप के इंटरनेट मीडिया पर भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम को लेकर किए गए पोस्ट पसंद करने लायक नहीं हैं। इनमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान को गलत तरीके से एक तराजू में तौलने की कोशिश की है, यह स्तब्ध करने वाला है। भारत आतंकी वारदातों का पीड़ित है और पाकिस्तान आतंकवाद का पोषण करने वाला देश है। पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है, यह सच्चाई पूरा विश्व जानता है। वहां के नेता भी इस सच्चाई को स्वीकार करते हैं। इसके बावजूद ट्रंप ने इस तरह के पोस्ट किए।”
थरूर की पोस्ट और बयान पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
आज की बैठक में कांग्रेस के एक नेता ने यह मुद्दा उठाया और साहसी थरूर की पोस्ट और बयान पर सवाल भी खड़े किए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि शशि थरूर ने लक्ष्मण रेखा पार की। आज की कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) बैठक में यह भी कहा गया कि यह वक्त निजी राय देने का नहीं, यह संदेश सभी सदस्यों को दिया गया है। हालांकि शशि थरूर का नाम नहीं लिया गया, लेकिन बिना नाम लिए यह संदेश दिया गया कि वक्त निजी राय देने का नहीं बल्कि पार्टी के संदेश को एक सुर में और सटीक तरीके से रखना चाहिए।
पहलगाम हमले के बाद कांग्रेस नेताओं की यह तीसरी बैठक
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, सचिन पायलट, पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर और कई अन्य नेता शामिल थे। पहलगाम आतंकी हमले के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की यह तीसरी बैठक थी।
जानकारी के लिए बता दें कि बीते 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इसके बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया तथा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। 10 मई को दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी। भारत सरकार का कहना है कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) के संपर्क किए जाने के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी।
