

गाजियाबाद विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा ने संजीव शर्मा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। प्रत्याशी बनाए जाने के बाद संजीव शर्मा ने कहा ने कांग्रेस और सपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मैदान छोड़कर भाग गई है और सपा प्रत्याशी नहीं खोज पा रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि वह विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे।
गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा ने संजीव शर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है। नाम की घोषणा होने के बाद सबसे पहले दूधेश्वर नाथ मंदिर में भगवान दूधेश्वर नाथ का आशीर्वाद लेने के लिए संजीव शर्मा पहुंचे, इसके बाद वह नेहरू नगर स्थित महानगर कार्यालय आए, जहां गर्मजोशी से कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।इस दौरान पत्रकार वार्ता में उपचुनाव को लेकर विपक्ष की कि चुनौती के सवाल पर संजीव शर्मा ने कहा कि कांग्रेस इस उपचुनाव में मैदान छोड़कर भाग गई है, सपा को प्रत्याशी ही नही मिल रहा है। भाजपा यहां पर मजबूत स्थिति में है और उपचुनाव में ऐतिहासिक मतों से जीत हासिल करेगी।
उपचुनाव में क्या मुद्दे होंगे?
उन्होंने कहा कि पार्टी ने उनको टिकट देकर कार्यकर्ता पर भरोसा जताया है, इससे कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह है। उनको लग रहा है कि उनके बीच का ही एक व्यक्ति अब प्रत्याशी है। ऐसे में सब मिलकर मजबूती से चुनाव लड़ाएंगे। उपचुनाव में क्या मुद्दे होंगे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उपचुनाव में वह विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे।
युवाओं को भाजपा से जोड़ा
भाजपा में शामिल होने के बाद संजीव शर्मा भारतीय जनता युवा मोर्चा के महानगर अध्यक्ष पद पर तीन वर्ष तक कार्यरत रहे। इस दौरान पार्टी को मजबूत करने के लिए उन्होंने युवाओं को भाजपा से जोड़ा।उनके कार्य को देखते हुए पार्टी ने उन्हें सूचना एवं रोजगार प्रकोष्ठ का प्रदेश संयोजक का दायित्व सौंपा। वर्ष 2013 में भारतीय जनता पार्टी का महानगर महामंत्री बनाया, इस दौरान प्रचार प्रसार विभाग के क्षेत्रीय संयोजक का कार्यभार संभाला।
वर्ष 2019 में भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष के रूप में उनको जिम्मेदारी सौंपी गई। संजीव के महानगर अध्यक्ष बनने के बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में गाजियाबाद महानगर के अंतर्गत आने वाली गाजियाबाद शहर, साहिबाबाद और मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र में तीनों विधायकों ने पहले से ज्यादा मतों से विजय प्राप्त की। इसके बाद ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में दोनों ब्लॉक प्रमुख को जीत मिली।
