

पटना में इफ्तार पार्टियों का दौर चल रहा है और साथ ही सियासत भी चरम पर है। सोमवार को राजद सुप्रीमो लालू यादव की इफ्तार पार्टी में कांग्रेसी नेता नहीं पहुंचे तो बवाल मचा। प्रदेश अध्यक्ष ने फिर दी ये सफाई, जानें क्या कहा?
राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की इफ्तार पार्टी में पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और पूर्व सीएम राबड़ी देवी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। इफ्तार पार्टी राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के घर पर आयोजित की गई थी। लेकिन इस इफ्तार पार्टी में कांग्रेस का कोई भी नेता नजर नहीं आया। इसे लेकर सियासत तेज है। कहा जा रहा है कि इफ्तार पार्टी के लिए महागठबंधन के सभी प्रमुख नेताओं और मुस्लिम धार्मिक संगठनों को आमंत्रित किया गया था लेकिन कांग्रेस का कोई नेता नहीं पहुंचा। इसे लेकर सियासी गलियारे में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने दी सफाई
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने फोन पर कहा कि अधिकतर विधायक आज ही रात में फ्लाइट से और ट्रेन से दिल्ली पहुंच रहे हैं, इसीलिए राजद की इफ्तार में नहीं जा सके। उन्होंने बताया कि कल यानी 25 मार्च को दोपहर में एक बजे दिल्ली में बिहार कांग्रेस के नेताओं की बैठक है अध्यक्ष राजेश राम और प्रभारी कृष्णा अल्लावरू अभी एयरपोर्ट पर हैं और कई विधायक ट्रेन से निकले हैं।
सिद्दीकी के आवास पर आयोजित हुई इफ्तार पार्टी
लालू प्रसाद यादव की इफ्तार पार्टी का आयोजन इस बार राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के सरकारी आवास पर किया गया था जिसमें लालू यादव, तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के साथ ही केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस भी शामिल हुए थे। कांग्रेस के किसी नेता के लालू की इफ्तार पार्टी में शिरकत नहीं करने को लेकर सत्ता पक्ष हमलावर है और कह रहा है कि महागठबंधन में अनबन चल रही है। इसपर अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि इस बार लालू जी ने कहा कि आप अपने घर पर इफ्तार कराएं इसलिए मैंने कराया। बीजेपी वाली को और कोई मुद्दा मिलता नहीं है इसलिए वह ऐसी बात कहते हैं।
लालू की इफ्तार पार्टी में पहुंचे मुस्लिम धार्मिक संगठनों के नेता
लालू यादव की आज की इफ्तार पार्टी में मुस्लिम धार्मिक संगठनों के कई प्रमुख नेता पहुंचे। बता दें कि मुस्लिम धार्मिक संगठनों ने हाल में सीएम नीतीश कुमार द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल होने से इनकार कर दिया था। लगभग सात मुस्लिम धार्मिक संगठनों ने सीएम नीतीश कुमार के इफ्तार पार्टी का बहिष्कार किया था। मुस्लिम धार्मिक संगठनों के लालू यादव की इफ्तार पार्टी में शामिल होने से सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि बिहार की राजनीति में मुस्लिम वोट बैंक को लेकर नए समीकरण बन सकते हैं।
