

पश्चिम बंगाल में रामनवमी का जश्न, BJP नेताओं ने लहराई तलवार, ममता सरकार पर साधा निशाना;
चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि ममता बनर्जी रामनवमी पर यदि शोभायात्रा की परमिशन नहीं देती हैं, तो वहां की जनता ममता बनर्जी की सरकार को उखाड़ कर फेंकेगी।
पश्चिम बंगाल में रविवार सुबह रामनवमी का पर्व शोभायात्राओं और ‘जय श्री राम’ के नारों के साथ शुरू हो गया। इस दौरान लाखों श्रद्धालु सड़कों पर उमड़ पड़े। अलग-अलग जगहों पर बीजेपी विधायकों ने शस्त्र पूजन किया और तलवारें लहराते नजर आए। वहीं, चंद्रशेखर बावनकुले ने ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ममता बनर्जी रामनवमी पर यदि शोभायात्रा की परमिशन नहीं देती हैं, तो वहां की जनता ममता बनर्जी की सरकार को उखाड़ कर फेंकेगी।
बीजेपी विधायक लक्ष्मण घोरदुई ने रामनवमी के अवसर पर दुर्गापुर के चंडीदास बाजार में शस्त्र पूजा की। इस दौरान वह हथियार से लैस दिखे। शस्त्र पूजा के बाद वह तलवार के साथ पूजा करते और नारे लगाते नजर आए। वहीं, आसनसोल में रामनवमी समारोह में भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल भी तलवार के साथ नजर आईं। आसनसोल की राधानगर रोड पर रामनवमी समारोह में उन्होंने तलवार लहराई।
मालदा में भाईचारे का संदेश
मालदा में रामनवमी जुलूस में सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल देखने को मिली। शहर की मुस्लिम कमेटी ने राम नवमी के जुलूस का स्वागत किया। इन लोगों ने पानी और मिठाई के साथ, शुभकामनाएं देते हुए भाईचारे का संदेश दिया। क्षेत्र के विधायक और विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम के सोनाचुरा के गंगरा में भगवान राम के मंदिर के भूमि पूजन और शिलान्यास समारोह में शामिल हुए। वहीं, बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस कोलकाता के सेंट्रल एवेन्यू में स्थित राम मंदिर में पहुंचे।
बावनकुले बोले- जनता छोड़ेगी
बीजेपी नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने बंगाल में रामनवमी को लेकर चल रहे विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि रामनवमी पर यदि ममता बनर्जी शोभायात्रा की परमिशन नहीं देती हैं, तो वहां की जनता ममता बनर्जी की सरकार को उखाड़ कर फेंकेगी। भगवान राम की रामनवमी के दिन ममता बनर्जी ऐसा काम करेंगी तो जनता नहीं छोड़ेगी।”
राज्य में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
रामनवमी पर्व के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। वहीं, सड़कों पर उत्सव का माहौल दिखाई दिया। भगवा रंग के झंडे, भक्ति संगीत और रामायण के दृश्यों को दर्शाती झांकियां उत्सव की भव्यता को बढ़ा रही हैं। अकेले कोलकाता में 60 से ज्यादा शोभायात्राएं आयोजित करने का कार्यक्रम है, जिसके लिए लगभग 4,000 से 5,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। उप आयुक्त और संयुक्त आयुक्त रैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को शोभायात्राओं के रास्तों पर सुरक्षा की निगरानी का काम सौंपा गया है।
