

उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने लखनऊ में 1 लाख रुपये के इनामी अपराधी वैभव सिंह को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। वह विकासनगर में एक कारोबारी से लूट का मुख्य आरोपी था और कई अन्य अपराधों में शामिल था।
वैभव के पास से हथियार और कैश बरामद हुआ
STF से मिली जानकारी के मुताबिक, हरदोई जिले के बघौली थाना क्षेत्र के रहने वाले वैभव सिंह उर्फ चंदन उर्फ विराज के पास से एक अवैध .30 बोर पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, तीन खोखे, एक पल्सर मोटरसाइकिल (लूट में प्रयुक्त), दो नंबर प्लेट, एक बैग और 1,570 रुपये कैश बरामद हुए। पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में STF की टीम लंबे समय से उसकी तलाश में थी। सूचना मिली थी कि वह PGI क्षेत्र में किसी से मिलने आने वाला है, जिसके बाद टीम ने योजना बनाकर उसे धर दबोचा।
चचेरे भाई और साथियों के साथ मिलकर की थी लूट
विकासनगर की लूट में वैभव का गैंग शामिल था, जिसके अन्य सदस्यों प्रेम बहादुर सिंह, सोनेंद्र सिंह, गौरव मिश्रा और सुषील मिश्रा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि प्रेम बहादुर कारोबारी पंकज अग्रवाल का ड्राइवर था और उसने अपने चचेरे भाई सोनेंद्र और वैभव के साथ मिलकर लूट की साजिश रची। वैभव ने अपने साथियों के साथ रेकी कर इस घटना को अंजाम दिया था। पकड़े जाने के बाद वैभव के खिलाफ थाना पीजीआई में नया मुकदमा दर्ज किया गया है।
ये रही वैभव सिंह की क्राइम कुंडली
- वैभव सिंह ने वर्ष 2014 में जनपद हरदोई में प्रमुख सचिव, खाद्य एवं रसद बनकर कई कोटेदारों से वसूली की थी, जिस सम्बन्ध में इसके विरूद्ध थाना बघौली, जनपद हरदोई में अभियोग पंजीकृत हुआ था।
- 2016 में सेक्स रैकेट चलाने के अपराध में सीतापुर के थाना कोतवाली नगर में वैभव के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत हुआ था।
- वैभव सिंह ने 2020 में थाना क्षेत्र पारा, जनपद लखनऊ में अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया था।
- गिरफ्तार बदमाश ने 2021 में लूट की घटना की थी जिस सम्बन्ध में थाना क्षेत्र कोतवाली शहर, जनपद हरदोई में अभियोग पंजीकृत है।
- वैभव ने 2024 में एक मकान में चोरी की जिसमें थाना क्षेत्र जानकीपुरम, लखनऊ में अभियोग पंजीकृत है। इस अभियोग में यह वांछित चल रहा था, इसके विरूद्ध न्यायालय द्वारा एनबीडब्लू भी जारी है।
- ताजा मामला 28-03-2025 का है जब वैभव सिंह ने थाना क्षेत्र विकासनगर में अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया था जिसमें इसके विरूद्ध विकासनगर में अभियोग पंजीकृत है तथा इसके गिरफ्तारी हेतु 01 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित था।
