
बिहार में जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी बिहार की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने इस बार के चुनाव में 40 महिला प्रत्याशियों को विधानसभा भेजने की बात कही है।
बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सभी चुनावी दल अभी से तैयारी में जुट गए हैं। इस बीच बिहार में नई पारी की शुरुआत करने जा रहे प्रशांत किशोर भी अगले विधानसभा चुनाव में उतरने वाले हैं। प्रशांत किशोर बिहार की सभी विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी में हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस बार के विधानसभा चुनाव में 40 महिलाओं को टिकट देने का ऐलान किया है। बता दें कि प्रशांत किशोर पिछले कई महीनों से बिहार के हर जिले में जाकर लोगों से मुलाकात कर रहे हैं और अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं।
2030 तक 70-80 महिलाओं को भेजेंगे विधानसभा
जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी रणनीति के बारे में बात की। उन्होंने कहा, ‘2025 में जन सुराज 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा और उसमें कम से कम 40 महिला उम्मीदवारों को नामांकित किया जाएगा। हमने यह भी कहा है कि पांच साल बाद 2030 में जन सुराज 70-80 महिलाओं को प्रशिक्षित करते उनको नेता बनाने का काम करेगी। ये कोई महिला प्रकोष्ठ की बैठक नहीं थी, ये सही मायने में महिलाओं को नेता बनाने का प्रयास था। जब तक महिलाओं को आर्थिक आजादी नहीं मिलेगी तब तक उनकी बराबरी की भागीदारी संभव नहीं है, इसलिए जन सुराज का अभियान है कि सबसे पहले 40 महिलाओं को जिताकर विधानसभा में पहुंचाया जाए।’
किसी को मजबूरी में नहीं जाना पड़ेगी बिहार से बाहर
दूसरी बात ये कि ‘जो महिला यहां पर रोजी-रोजगार करना चाहती हैं, उनको चार प्रतिशत के सरकारी ब्याज पर रोजी-रोजगार करने के लिए पैसा मिलेगा। यहां पर महिलाओं की माली हालत इतनी खराब है कि उनके पास गिरवी रखने तक के लिए कुछ नहीं है।’ तीसरी घोषणा है कि ‘जब 2025 में जब जन सुराज की सरकार बनी तो साल भर के अंदर बिहार के किसी भी बेटे को मजबूरी में 10-12 हजार की नौकरी के लिए बिहार छोड़ने पर मजबूर नहीं होना पड़ेगा, हमने इसका पूरा खाका तैयार कर लिया है।’ चौथी बात ये कि ‘अगली बार जब आप वोट दीजिए तो नेताओं को देखकर नहीं, नेताओं के बच्चों को देखकर नहीं बल्कि अपने बच्चों को देखकर वोट दीजिए और इस बार का सारी महिलाओं ने समर्थन किया।’
