

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कमला हैरिस ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। कमला हैरिस ने अब चुनाव में बड़ा मुद्दा उठा है। हैरिस ने कहा है कि अश्वेत लोगों से रोजमर्रा की जिंदगी में नस्लीय भेदभाव किया जाता है।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने भेदभावपूर्ण प्रवर्तन नीतियों से निपटने के लिए कानून लाने पर जोर देते हुए कहा है कि रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप कठोर पुलिसिंग हथकंडों को ‘संस्थागत’ बनाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि इसका देशभर के अश्वेत पुरुषों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
अश्वेत लोगों के साथ होता है भेदभाव
रेडियो कार्यक्रम ‘द ब्रेकफास्ट क्लब’ के मेजबान चार्लामेगने से बातचीत में कमला हैरिस ने कहा कि वह मारिजुआना को अपराध की श्रेणी से बाहर करने के लिए काम करेंगे जिसके कारण सबसे ज्यादा अश्वेत लोगों की गिरफ्तारियां होती हैं। साथ ही उन्होंने माना कि अश्वेत लोगों से रोजमर्रा की जिंदगी में नस्लीय भेदभाव किया जाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव करीब है और ऐसे में एक तरफ जहां हैरिस ने अश्वेत पुरुषों का मुद्दा उठा दिया है तो वहीं ट्रंप ने जॉर्जिया में ‘फॉक्स न्यूज’ के एक कार्यक्रम में महिलाओं पर ध्यान केंद्रित किया।
कड़ा है मुकाबला
राष्ट्रपति पद के चुनाव में अंतिम वोट डाले जाने से पहले, हैरिस और ट्रंप उन प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं में जोश भरने की कोशिश कर रहे हैं जहां मुकाबला कड़ा लग रहा है। चुनाव जीतने पर हैरिस देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनेंगी। वह महिलाओं को लुभाने की कोशिश कर रही हैं जबकि ट्रंप अश्वेत पुरुषों के मुद्दों पर नरमी दिखा रहे हैं, जिन्होंने अतीत में डेमोक्रेटिक पार्टी का भारी समर्थन किया है।
