

जर्मनी में राष्ट्रीय मतदान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 23 फरवरी दिन रविवार को बर्लिन में वोट डाले जाएंगे। इस दौरान लाखों प्रवासी वोटर भी मतदान करेंगे, जिनमें से अधिकांश सीरिया, अफगानिस्तान और इराक से हैं।
जर्मनी में रविवार को होने वाले राष्ट्रीय मतदान में 5 लाख से अधिक सीरियाई, अफगानी और इराकी वोटरों की लिस्ट देखकर हर कोई हैरान है। सरकारी सूचना के अनुसार रविवार को होने वाले मतदान के लिए पांच लाख से अधिक नए अप्रवासी नागरिकों को इस सप्ताह के अंत में राष्ट्रीय चुनाव में पहली बार मतदान करने का अवसर मिलेगा। इन नए नागरिकों में से लगभग एक तिहाई मूल रूप से सीरिया से हैं। इनमें से ज़्यादातर ने पिछले दशक में युद्ध, राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक कठिनाई से बचने के लिए अपना घर छोड़ दिया था।
बता दें कि अकेले 2015-2016 में 10 लाख से अधिक प्रवासी जर्मनी आए जिनमें से अधिकतर सीरिया से आए। इनमें अफगानिस्तान और इराक से पहुंचे प्रवासियों की संख्या भी काफी अधिक है। देश के संघीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार, वर्ष 2021 में हुए पिछले राष्ट्रीय चुनाव के बाद से जर्मनी में नागरिकता प्राप्त करने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। 2021 और 2023 के बीच पांच लाख से अधिक लोगों को नागरिकता दी गई।
अप्रवासियों को जर्मनी ने दी नागरिकता
जर्मनी में 2024 के आंकड़े अभी उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन विशेषज्ञों का अनुमान है कि पिछले वर्ष जर्मनी में ढाई लाख से अधिक लोगों को नागरिकता दी गई। रविवार को जर्मनी में पहली बार मतदान करने वाले अनेक नए नागरिकों ने अपने मताधिकार के बारे में उत्साह, बदलाव की आशा तथा सशक्तीकरण की भावना व्यक्त की है। कुछ लोग अति-दक्षिणपंथी, आप्रवासी-विरोधी, अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) पार्टी के उदय से चिंतित हैं।
