

रांची मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की भाभी सहित पांच लोगों के खिलाफ रीना घोष ने शिकायत दर्ज कराया है। अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 28 अप्रैल की तिथि निर्धारित की है। 28 अप्रैल को शिकायतकर्ता का बयान दर्ज किया जाएगा। यह भी आरोप लगाया गया कि हथियार के बल पर अपने बैंक खाते में तीन लाख भी जमा करवा लिए गए।
उस दिन शिकायतकर्ता का बयान दर्ज किया जाएगा। आरोप लगाया गया है कि उसका भाई देवाशीष घोष सीता सोरेन के साथ निजी सचिव के रूप में कई वर्षों से काम कर रहा था।
भाजपा के टिकट पर जामताड़ा से थीं प्रत्याशी
पिछले विधानसभा चुनाव में सीता सोरेन भाजपा की टिकट पर जामताड़ा से प्रत्याशी थीं। वह चुनाव हार गईं। इस हार के बाद सीता सोरेन देवाशीष घोष पर दबाव बनाने लगी कि चुनाव में बहुत खर्च कर दिए हो।
सब तुम्हें वापस करना पड़ेगा। इसी क्रम में एक षड्यंत्र के तहत सीता सोरेन अपने चार सहयोगियों के साथ योजना बनाकर सात मार्च 2025 को देवाशीष घोष का अपहरण कर धनबाद सराय ढेला स्थित सोनोटेल होटल में ले गई और जानलेवा हथियार सटाकर उससे गाड़ी की चाबी, जमीन का दस्तावेज और एटीएम कार्ड सब छीन लिया।
यह भी आरोप है कि हथियार के बल पर उसने अपने बैंक खाते में तीन लाख भी जमा करवा लिया। इसके अलावा उसके गाड़ी में रखे एक्सिस बैंक का चेक भी ले लिया। साथ ही गाड़ी ट्रांसफर से संबंधित फार्म 29 और 30 पर जबरदस्ती हस्ताक्षर कराया गया।
शिकायतवाद में यह भी आरोप है कि एक फर्जी पिस्तौल रखकर देवाशीष घोष के खिलाफ सरायढेला थाना में प्राथमिकी दर्ज करा कर उसे जेल भेजा गया।
इस घटना की जानकारी मिलने पर शिकायतकर्ता रीना घोष ने रांची के डीटीओ आफिस, जमीन रजिस्ट्री ऑफिस तथा एक्सिस बैंक में आवेदन देकर गाड़ी के ट्रांसफर, जमीन के ट्रांसफर और चेक राशि के हस्तांतरण पर रोक लगाई है।
जमीन घोटाला मामले में आरोपितों को सौंपा जाएगा पुलिस पेपर
वहीं, दूसरी ओर रांची के बड़गाई अंचल के 8.46 एकड़ जमीन घोटाले में आरोपितों को पुलिस पेपर सौंपा जाना है। मामले के कुछ आरोपितों ने अब तक पुलिस पेपर नहीं प्राप्त किया है। ऐसे आरोपियों को पुलिस पेपर अब तीन अप्रैल को सौंपा जा सकता है।
मामले में सुनवाई के दौरान ईडी कोर्ट में अगली तिथि तीन अप्रैल निर्धारित की है। पांच फरवरी को कुछ आरोपितों को पुलिस पेपर सौंपा गया था। जेल में बंद आरोपितों की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी की गई। जमानत पर चल रहे आरोपितों की ओर से अधिवक्ता ने सशरीर उपस्थित होकर हाजिरी दी।
