

फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को एक मामले में 7 साल जेल की सजा सुनाए जाने का अनुरोध किया गया है। उन पर आरोप है कि 2007 के राष्ट्रपति चुनाव में उनके प्रचार अभियान में लीबिया के पूर्व नेता मुअम्मर गद्दाफी की सरकार की ओर से अवैध रूप से वित्तपोषण किया गया था।
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को एक मामले में 7 साल से अधिक जेल की सजा सुनाने का अनुरोध किया गया है। बताया जा रहा है कि फ्रांस के अभियोजकों ने एक मुकदमे में पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को सात साल के कारावास की सजा सुनाने और लगभग 325,000 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाने का अनुरोध किया है। इस मामले में उन पर आरोप है कि 2007 के राष्ट्रपति चुनाव में सरकोजी के प्रचार अभियान में लीबिया के पूर्व नेता मुअम्मर गद्दाफी की सरकार की ओर से अवैध रूप से वित्तपोषण किया गया था। इसलिए मुकदमा चलाकर उन्हें सजा सुनाई जानी चाहिए।
राष्ट्रीय वित्तीय अभियोजन कार्यालय ने भी सरकोजी के नागरिक, सिविल और पारिवारिक अधिकारों पर पांच वर्ष का प्रतिबंध लगाने की मांग की है। मामले की सुनवाई जनवरी में शुरू हुई थी और 10 अप्रैल को समाप्त होने की उम्मीद है। इस मामले में लगाए गए आरोप अगर उन पर सिद्ध हो जाते हैं तो उन्हें 7 वर्षों से अधिक समय तक जेल में रहना पड़ सकता है।
जानें क्या था पूरा मामला
सरकोजी (70) 2007 से 2012 तक फ्रांस के राष्ट्रपति थे। उन पर भ्रष्टाचार, चुनाव प्रचार अभियान के लिए अवैध रूप से वित्तपोषण, सार्वजनिक धन के गबन को छिपाने और आपराधिक गठजोड़ के आरोप हैं। हालांकि उन्होंने किसी भी गलत काम से इनकार किया है। वर्ष 2012 में, फ्रांसीसी खोजी मीडिया संस्थान ‘मीडियापार्ट’ ने एक लीबियाई खुफिया ज्ञापन प्रकाशित किया था, जिसमें पांच करोड़ यूरो के वित्तपोषण समझौते का उल्लेख था। सरकोजी ने इस दस्तावेज को जालसाजी करार दिया और मानहानि का मुकदमा दायर किया था।
