

ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची आज सुबह भारत पहुंचे। यहां विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने उनका स्वागत किया। बता दें कि अराघची भारत के विदेश मंत्री और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति के दौरान ईरान के विदेश मंत्री भारत पहुंचे हैं। हालांकि उनका भारत दौरा रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची 20वीं भारत-ईरान संयुक्त आयोग बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे हैं। दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय वार्ता ऐसे समय में हो रही है, जब दोनों देश भारत-ईरान मैत्री संधि की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने किया स्वागत
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची का स्वागत किया। एक्स पर एक पोस्ट में, रणधीर जायसवाल ने कहा, “भारत-ईरान संयुक्त आयोग की बैठक के लिए नई दिल्ली पहुंचने पर विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। भारत-ईरान मैत्री संधि की 75वीं वर्षगांठ पर यह द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने और उसे बढ़ाने का अवसर है।” वहीं विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ईरान के विदेश मंत्री अराघची भारत के साथ 20वीं संयुक्त आयोग बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए बुधवार से नई दिल्ली की दो दिवसीय यात्रा पर हैं।
एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक
इसके अलावा, विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगस्त 2024 में ईरान के विदेश मंत्री के रूप में पदभार संभालने के बाद से यह अराघची की पहली भारत यात्रा है। विज्ञप्ति के अनुसार, भारत-ईरान मैत्री संधि पर हस्ताक्षर की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित संयुक्त आयोग की बैठक में दोनों देशों के बीच आपसी हितों के मुद्दों और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए आगे के रास्ते की समीक्षा की जाएगी। अपनी यात्रा के दौरान, अराघची 8 मई को हैदराबाद हाउस में विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। बाद में वह राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे।
भारत से पहले पाकिस्तान का किया दौरा
इससे पहले सोमवार को भारत में ईरान के दूतावास ने कहा था कि ईरानी विदेश मंत्री इस्लामाबाद में रुकने के बाद भारत का दौरा करेंगे, जहां वे पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे। 25 अप्रैल को ईरानी विदेश मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में पड़ोस में शांति कायम करने का आह्वान किया था। शांति के लिए उनका आह्वान 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले के मद्देनजर आया था, जिसमें पर्यटकों को निशाना बनाया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
