

सभी डीएम और एसपी को यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी विभागों के बीच सही तरीके से कोऑर्डिनेट हो, ताकि किसी भी आपात स्थिति का समाधान शीघ्रता से किया जा सके।
पश्चिम बंगाल हाल के दिनों में हिंसा की घटनाओं को लेकर चर्चा में रहा है। राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत ने रविवार को जिलाधिकारियों (डीएम) और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया। राज्य सचिवालय में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में पंत ने कहा कि जिलों में कानून-व्यवस्था में किसी भी प्रकार के विघ्न या व्यवधान की कोशिश को समय रहते नियंत्रित किया जाए। इसके साथ ही, उन्होंने सभी जिलों को अगले तीन महीने यानी अगस्त तक के लिए आवश्यक खाद्य सामग्री का भंडारण करने का आदेश दिया।
विभागों के बीच सही तरीके से समन्वय हो
मुख्य सचिव पंत ने विशेष रूप से उन जिलों में समन्वय बनाए रखने की बात की, जिनकी अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाएं हैं। उन्होंने डीएम और एसपी को यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी विभागों के बीच सही तरीके से समन्वय हो, ताकि किसी भी आपात स्थिति का समाधान शीघ्रता से किया जा सके। पंत ने कहा कि यह बैठक भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव की पृष्ठभूमि में आयोजित की गई थी ताकि जिलाधिकारियों (डीएम) और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को सतर्क रहने और स्थिति का सही तरीके से प्रबंधन करने का निर्देश दिया जा सके।
हमेशा अलर्ट रहने की जरूरत
भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को भूमि, वायु और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से रोकने पर सहमति बनने की घोषणा की थी। हालांकि, कुछ ही घंटों बाद, नई दिल्ली ने इस्लामाबाद पर इस समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। पंत ने कहा, “डीएम, एसपी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से कहा गया है कि वे सतर्क रहें ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटा जा सके।” उन्होंने कहा, “पुलिस थानों के प्रभारी निरीक्षकों, नागरिक सुरक्षा निकायों और अन्य अधिकारियों को इस समय उचित समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।” स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम ने आपातकालीन स्थिति के लिए राज्य की तैयारियों का आकलन करने के वास्ते जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ चर्चा की।
