

पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज आ जाए यह संभव ही नहीं है। भारत से पिटने के बाद भी पाकिस्तानी नेता जुबानी जमाखर्च में जुटे है। पाकिस्तान के विदेशी मंत्री इशाक डार ने अब एक बार फिर भारत को गीदड़भभकी दी है।
भारत की सेनाओं पाकिस्तान को सबक सिखाया है। भारत के हमलों से पाकिस्तान तो पस्त हो चुका है लेकिन यहां के नेता अब भी जुबानी जंग में मशरूफ हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच फिलहाल किसी तरह की सैन्य गतिविधि देखने को नहीं मिल रही है। पाकिस्तान इसे संघर्ष विराम बता रहा है जबकि भारत ने साफ कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है यह सिर्फ स्थगित हुआ है।
इशाक डार क्या बोले?
अब ऐसे समय में भी पाकिस्तान के विदेशी मंत्री इशाक डार लंबी-लंबी हांक रहे हैं। पिटने से पहले भी गीदड़भभकी दे रहे थे और अब पिटने के बाद भी भारत अपनी हरकतों से बाज नहीं आए हैं। डार ने गीदड़भभकी देते हुए कहा है कि अगर सिंधु जल संधि का मसले पर बात नहीं हुई तो विवाद हल नहीं होगा। डार ने कहा कि पाकिस्तान ने अभी तक परमाणु हथियारों के विकल्प पर विचार तक नहीं किया है। उन्होंने भारत के आम लोगों पर हमले को आत्मरक्षा की कार्रवाई बताया है।
डार ने CNN को दिया इंटरव्यू
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने CNN को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘अगर भारत और पाकिस्तान के सिंधु जल संधि को लेकर मसला नहीं सुलझा तो सीजफायर खतरे में पड़ सकता है। अगर यह मामला हल नहीं हुआ तो इसे ‘एक्ट ऑफ वॉर’ माना जाएगा।’ वैसे यह पहला मौके नहीं जब पाकिस्तान के नेता ऐसा बयान दे रहे हैं। इससे पहले भी यहां के कई नेता भारत को परणामु बम की गीदड़भभकी दे चुके हैं। फिलहाल, चलिए आपको बताते हैं कि डार ने इंटरव्यू के दौरान और क्या-क्या कहा है।
शेखी बघारते दिखे डार
इशाक डार ने इंटरव्यू में भारत के ऑपरेशन सिंदूर को ‘युद्ध’ और ‘कश्मीर में वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश’ करार दिया। इसके अलावा उन्होंने शेखी बघारते हुए कहा कि पाकिस्तान को यकीन था कि हवाई और जमीनी लड़ाई में उसकी पारंपरिक सैन्य क्षमता ही भारत से मुकाबले के लिए काफी है। डार ने खोखला दावा दोहराया कि पाकिस्तान ने चीन में बने लड़ाकू विमानों से भारतीय वायुसेना के 5 फाइटर जेट मार गिराए, जिनमें 3 राफेल भी शामिल हैं। हालांकि, वह अपने इस दावे के समर्थन को कोई सबूत नहीं दे पाए।
मंत्री ने बांधे झूठ के पुलिंदे
इशाक डार ने CNN को दिए इंटरव्यू में झूठ के पुलिंदे बांध दिए। डार ने युद्ध विराम को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि ‘ऐसे मुद्दों को एक सीमा से अधिक समय तक लटकाना किसी के हित में नहीं है।’ इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच कोई सीधा संपर्क नहीं हुआ। हालांकि, उनकी यह बात कोरी बकवास है, क्योंकि भारतीय सेना यह साफ कर चुकी है कि पाकिस्तानी DGMO ने फोन कर सीजफायर की गुहार लगाई थी।
