

दिल्ली सरकार लाल किला, लोटस टेंपल और कुतुब मीनार सहित शहर के प्रमुख स्मारकों के परिसर को सुंदर रोशनी, बैठने के लिए बेंच और छायादार जगह की व्यवस्था करके बेहतर बनाने की योजना बना रही है।
दिल्ली सरकार लाल किला, लोटस टेंपल और कुतुब मीनार सहित शहर के प्रमुख स्मारकों के परिसर को सुंदर रोशनी, बैठने के लिए बेंच और छायादार जगह की व्यवस्था करके बेहतर बनाने की योजना बना रही है। इस पहल का उद्देश्य इन विरासत क्षेत्रों को अधिक सुलभ, स्वागत योग्य और आरामदायक बनाकर समग्र पर्यटक अनुभव को बेहतर बनाना है। सौंदर्यीकरण में अतिक्रमण हटाना, यातायात संकेत लगाना और पैदल चलने की बेहतर सुविधा सुनिश्चित करना भी शामिल होगा।
‘शेड’ लगाने के साथ स्ट्रीट लाइट और बेंच की व्यवस्था
दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा, ‘‘हम लाल किला, कुतुब मीनार और लोटस टेंपल के आसपास के क्षेत्रों को अधिक पैदल चलने योग्य और सुखद स्थानों में बदलने के लिए पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि विचार केवल आसपास के क्षेत्र को सुंदर बनाने का ही नहीं है, बल्कि उन्हें अधिक कार्यात्मक, सुरक्षित और पर्यटक-अनुकूल बनाने का है। उन्होंने कहा कि आगंतुकों को धूप से बचाने के लिए ‘शेड’ लगाने के साथ स्ट्रीट लाइट और बेंच की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने और उचित यातायात संकेत और सिग्नल लगाने की भी योजना है। सरकार शहर की ‘ब्रांडिंग’ के लिए अभियान शुरू करने की भी तैयारी कर रही है।
दिल्ली के लिए चुनी जाएगी नई ‘टैगलाइन’
मिश्रा ने कहा कि इस परियोजना के लिए जल्द ही एक एजेंसी नियुक्त की जाएगी और दिल्ली के लिए एक नई ‘टैगलाइन’ चुनी जाएगी। वर्ष 2013 में, कांग्रेस के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने शहर के लिए एक ‘टैगलाइन’ चुनने के लिए एक सार्वजनिक प्रतियोगिता आयोजित की थी। टैगलाइन ‘दिलदार दिल्ली’ चुनी गई थी और प्रतिभागी अमित आनंद ने इसे गढ़ने के लिए 50,000 रुपये का पुरस्कार जीता था। मिश्रा ने कहा कि युवाओं को और अधिक जोड़ने के लिए सरकार एक प्रतिभा खोज प्रतियोगिता आयोजित करने की योजना बना रही है जिसके जरिये लगभग 20 युवाओं का चयन किया जाएगा।
इन चयनित युवाओं को उनके कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर दिया जाएगा, जिसमें ‘इंडियन आइडल’ जैसे बड़े मंचों के निर्णायकों के पैनल में शामिल होने की उम्मीद है। दिल्ली में 174 विरासत और पर्यटक स्थल हैं जिनमें यूनेस्को द्वारा घोषित तीन विश्व धरोहर स्थल भी शामिल हैं।
