

आंध्र प्रदेश सरकार के मंत्री बीसी जनार्दन रेड्डी के भाई ने एक पुलिस कॉन्स्टेबल को थप्पड़ मारा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसपर विपक्ष ने टीडीपी सरकार पर कटाक्ष किया है।
आंध्र प्रदेश सरकार के मंत्री बीसी जनार्दन रेड्डी विवादों में घिर गए हैं। दरअसल रेड्डी के भाई ने कुरनूल स्थित श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में तुरंत प्रवेश न दिए जाने पर एक पुलिस कांस्टेबल को कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया। यह घटना बुधवार को मंदिर के उद्घाटन समारोह के दौरान हुई, जहां भारी भीड़ जमा थी। कथित वीडियो में मदन भूपाल रेड्डी को पुलिसकर्मी के साथ बहस करते हुए देखा जा सकता है। कथित तौर पर प्रवेश न दिए जाने पर उन्होंने बाद में पुलिसकर्मी को थप्पड़ मार दिया। कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद स्थिति नियंत्रण में आई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
YSRCP ने किया कटाक्ष
इस घटना के वीडियो के सामने आने के बाद विपक्षी दल ने टीडीपी सरकार के मंत्री और टीडीपी सरकार पर कटाक्ष करते हुए राज्य सरकार में व्याप्त अहंकार और अराजकता को लेकर आलोचना की। वाईएसआरसीपी ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “एक चौंकाने वाली घटना में, टीडीपी मंत्री बी.सी. जनार्दन रेड्डी के भाई ने ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस कांस्टेबल को थप्पड़ मार दिया, जिससे टीडीपी नेताओं और उनके परिवारों के अहंकार और अराजकता का खुला प्रदर्शन हुआ। यह हमला सार्वजनिक रूप से हुआ, फिर भी कोई तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, जिससे यह उजागर होता है कि मौजूदा गठबंधन सरकार में पुलिस बल किस तरह राजनीतिक दबाव का एक हथियार बनकर रह गया है। यह शर्मनाक कृत्य सत्ता के करीबियों द्वारा प्राप्त बढ़ती दंडमुक्ति को दर्शाता है, जहां कानून प्रवर्तन अधिकारियों को भी नहीं बख्शा जाता। इस घटना पर सरकार की चुप्पी आंध्र प्रदेश में कानून के शासन पर गंभीर चिंताएं पैदा करती है।”
क्या बोले मंत्री बीसी रेड्डी
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य मंत्री बीसी जनार्दन रेड्डी ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। रेड्डी ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “कोलिमीगुंडला में एआर कांस्टेबल पर हमले की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस ने हमला करने वाले व्यक्ति के खिलाफ पहले ही प्राथमिकी दर्ज कर ली है। हमलावर कोई भी हो, हम सख्त कार्रवाई करेंगे। जनता की सरकार में इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।”
