

अमेरिका और रूस के बीच टेंशन काफी बढ़ चुकी है। रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के बयानों से भड़क कर ट्रंप ने रूस के पास परमाणु पनडुब्बियों को तैनात करवा दिया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
यूक्रेन में जंग को लेकर अब अमेरिका और रूस आमने-सामने आ गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को जंग रोकने के लिए 50 दिन की डेडलाइन दी थी। हालांकि, कुछ ही दिनों बाद उन्होंने इसे घटाकर 10 दिन कर दिया है। ट्रंप के बयान पर रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव भड़क उठे और उन्होंने इसे युद्ध की ओर कदम बता दिया। दिमित्री मेदवेदेव के बयानों से ट्रंप भी नाराज हो गए। इसके बाद उन्होंने रूस के पास दो परमाणु पनडुब्बियों को तैनात करने का आदेश दिया है। आइए जानते हैं इस घटनाक्रम के बारे में विस्तार से।
दिमित्री मेदवेदेव ने क्या कहा था?
रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने हाल ही में X पर किए गए अपने ट्वीट में कहा- “ट्रंप रूस के साथ अल्टीमेटम का खेल खेल रहे हैं: 50 दिन या 10… उन्हें दो बातें याद रखनी चाहिए:
1. रूस इजराइल या ईरान नहीं है।
2. हर नया अल्टीमेटम एक खतरा और युद्ध की ओर एक कदम है। रूस और यूक्रेन के बीच नहीं, बल्कि उनके अपने देश के साथ। स्लीपी जो (जो बाइडेन) के रास्ते पर मत जाओ!”
मेदवेदेव ने अमेरिकी सीनेटर को सुनाया
अमेरिका के सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा- “रूस में उन लोगों के लिए जो मानते हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप रूस और यूक्रेन के बीच खूनखराबे को खत्म करने के लिए गंभीर नहीं हैं। आप और आपके ग्राहक जल्द ही दुखद रूप से गलत साबित होंगे। आप जल्द ही यह भी देखेंगे कि जो बाइडेन अब राष्ट्रपति नहीं रहे। शांति वार्ता की मेज पर आ जाएं।” उनके इस ट्वीट पर रिप्लाई देते हुए दिमित्री मेदवेदेव ने कहा- “यह तय करना आपका या ट्रंप का काम नहीं है कि ‘शांति वार्ता’ कब शुरू होगी। बातचीत तब खत्म होगी जब हमारे सैन्य अभियान के सभी उद्देश्य पूरे हो जाएंगे। पहले अमेरिका पर काम करो!”
ट्रंप ने मेदवेदेव को दी चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के इन बयानों पर भड़क उठे। पहले उन्होंने कहा- “रूस के असफल पूर्व राष्ट्रपति मेदवेदेव जो कि खुद को अभी भी राष्ट्रपति समझते हैं उन्हें समझाएं कि वो अपने शब्दों पर ध्यान दें। वह बहुत खतरनाक एरिया में घुस रहे हैं!”
ट्रंप ने परमाणु पनडुब्बी की तैनाती पर क्या कहा?
इसके कुछ ही समय बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा घोषणा की। उन्होंने कहा- “रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव, जो अब रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष हैं, उनके बेहद भड़काऊ बयानों को ध्यान में रखते हुए, मैंने दो परमाणु पनडुब्बियों को जरूरी क्षेत्रों में तैनात करने का आदेश दिया है। ऐसा इसलिए ताकि कहीं ये मूर्खतापूर्ण और भड़काऊ बयान सिर्फ इतना ही न हों। शब्द बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, और अक्सर अनपेक्षित परिणाम दे सकते हैं, मुझे उम्मीद है कि यह उन उदाहरणों में से एक नहीं होगा।”
