

पंजाब पुलिस का ASI ही कर रहा था जबरन वसूली, अमेरिका में बैठे गुरदेव के इशारे पर करता था काम
पुलिस के अनुसार एएसआई सुरजीत सिंह और अंकुस मैनी जबरन वसूली का पैसा जुटाते थे और उसे गिरोह के सदस्यों में बांटते थे। इसी आरोप में दोनों को गिरफ्तार किया गया है। गिरोह का मुखिया गुरदेव पुलिस की पहुंच से दूर है।
पंजाब पुलिस ने जबरन वसूली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने अपने ही एक जवान को इस मामले में गिरफ्तार किया है। इस मामले में कुल दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इनमें से एक पंजाब पुलिस में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था। पुलिस ने इस मामले में एक पुलिसकर्मी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “बटाला पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अमेरिका में रहने वाले गुरदेव जस्सल द्वारा चलाए जा रहे एक बड़े जबरन वसूली गिरोह का भंडाफोड़ किया है और दो लोगों को गिरफ्तार किया है।”
व्यापारी से वसूले थे 50 लाख रुपये
पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, जस्सल के साथियों ने कलानौर के एक व्यवसायी के पेट्रोल पंप पर गोलीबारी की थी। डीजीपी ने कहा, “लगातार धमकी भरे कॉल और एक करोड़ रुपये की मांग के बाद व्यवसायी ने आखिरकार 11 फरवरी को 50 लाख रुपये का भुगतान किया।”
83 लाख रुपये बरामद
पुलिस महानिदेशक ने कहा, “तकनीकी जांच के आधार पर, एएसआई सुरजीत सिंह और अंकुस मैनी को जबरन वसूली का पैसा इकट्ठा करने और उसे बांटने के लिए गिरफ्तार किया गया।” डीजीपी ने पोस्ट में कहा कि जस्सल का गिरोह धमकियों और भुगतान के लिए विदेशी नंबरों का इस्तेमाल करता था, जिससे यह सुनिश्चित होता था कि जबरन वसूली की रकम कई बिचौलियों के माध्यम से पहुंचे। उन्होंने कहा कि 83 लाख रुपये, अवैध हथियार और लग्जरी वाहन बरामद किए गए।
