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रूस -यूक्रेन युद्ध से बिगड़े दोनों के हालात

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प्रतीकात्मक तस्वीर

रूस और यूक्रेन जंग की कई कहानियां मानवता संस्कृति और भविष्य के लिए एक गहरा घाव हैं। इस युद्ध में अब तक लाखों लोग मारे गए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक शिखर सम्मेलन में युद्ध को लेकर कई बातें बोली हैं। जेलेंस्की ने संघर्ष को समाप्त करने की प्रक्रिया की शुरुआत के रूप में रूस के साथ सभी युद्धबंदियों की पूर्ण अदला-बदली का प्रस्ताव रखा।

रूस-यूक्रेन युद्ध को आज तीन साल पूरे हो गए हैं। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक शिखर सम्मेलन में युद्ध को लेकर कई बातें बोली हैं। जेलेंस्की ने संघर्ष को समाप्त करने की प्रक्रिया की ‘शुरुआत’ के रूप में रूस के साथ सभी युद्धबंदियों की पूर्ण अदला-बदली का प्रस्ताव रखा।जेलेंस्की ने कहा, रूस को यूक्रेनियों को रिहा करना चाहिए। यूक्रेन सभी के बदले सभी को छोड़ने के लिए तैयार है, और यह शुरुआत करने का एक सही तरीका है।

तीन साल में क्या-क्या हुआ

आज ही के दिन पुतिन की सेना ने बड़ा हमला करते हुए यूक्रेन में युद्ध छेड़ दिया था। यह अलग बात रही कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उस युद्ध को एक मिलिट्री ऑपरेशन बताया था, तब तो उनकी तरफ से 72 घंटे में पूरे यूक्रेन पर कब्जा करने की बात भी हुई थी। लेकिन अब जब तीन साल हो चुके हैं, इस युद्ध में ना रूस जीता है और ना ही अभी तक यूक्रेन हारा है।

यह एक ऐसा युद्ध रहा है जहां पर यूक्रेन को पश्चिमी देशों का लगातार समर्थन मिला और रूस अपनी सैन्य क्षमता की दम पर लगातार काउंटर ऑपरेशन चलाता रहा।

रूस और यूक्रेन की कैसी है आर्थिक हालत?

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के आंकड़ों के अनुसार, युद्ध की शुरुआत में रूस की जीडीपी -1.3 प्रतिशत तक गिर गई थी, लेकिन उसके बाद से पिछले दो सालों में 3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।अब रूसी अर्थव्यवस्था में ठंडक के दिखाई दे रहे हैं, उच्च ब्याज दरों और महंगाई के कारण विभिन्न क्षेत्रों में बिक्री और ऑर्डर में गिरावट आ रही है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, अब तक, व्यापक अमेरिकी और यूरोपीय प्रतिबंधों के बावजूद, रूसी कारखानों ने युद्ध मशीन को चालू रखने के लिए आवश्यक घटकों और कच्चे माल का स्रोत बनाना जारी रखा है।
रूस-यूक्रेन की GDP पर भारी असर
  • अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के आंकड़ों के अनुसार, युद्ध की शुरुआत में रूस  की जीडीपी -1.3 प्रतिशत तक गिर गई थी, लेकिन उसके बाद से पिछले दो सालों में 3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
  • अब रूसी अर्थव्यवस्था में ठंडक के दिखाई दे रहे हैं, उच्च ब्याज दरों और महंगाई के कारण विभिन्न क्षेत्रों में बिक्री और ऑर्डर में गिरावट आ रही है।
  • एक रिपोर्ट के अनुसार, अब तक, व्यापक अमेरिकी और यूरोपीय प्रतिबंधों के बावजूद, रूसी कारखानों ने युद्ध मशीन को चालू रखने के लिए आवश्यक घटकों और कच्चे माल का स्रोत बनाना जारी रखा है।
  • रिपोर्ट के अनुसार, तेल की अवैध बिक्री और कुछ हद तक प्राकृतिक गैस, निकल और प्लैटिनम से प्राप्त धन ने राज्य तंत्र के विस्तार की अनुमति दी है, जो 18 महीने पहले अपने घुटनों पर दिख रहा था।
यूक्रेन की अर्थव्यवस्था का बैठा भठ्ठा 

इस बीच, यूक्रेन एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में बेहतर स्थिति में है क्योंकि इसकी GDP जो 2022 की गर्मियों तक 36 प्रतिशत गिर गई थी, 2023 में 5.3 प्रतिशत और 2024 में 3 प्रतिशत पर वापस आ गई। लेकिन, यूक्रेन के अर्थव्यवस्था मंत्रालय के पूर्वानुमान के अनुसार, इस साल GDP में  बढ़ोतरी 2.7 प्रतिशत तक धीमी होने की उम्मीद है, जो कि अधिकांश यूक्रेनी विश्लेषकों और अर्थशास्त्रियों द्वारा अपेक्षित 3-4 प्रतिशत से कम है।

यूक्रेन अपने बिजली बाजार और मेटल डिपोजिट पर मजबूत पकड़ बनाए हुए है। 

अगले 10 सालों में क्या होगा?

रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2024 से पिछले महीने तक बिजली का आयात 123GWh से बढ़कर 183GWh हो गया है, और इसी अवधि में निर्यात सिर्फ 5GWh से बढ़कर 85GWh हो गया है। अगले 10 सालों को देखते हुए, यूक्रेन में मेटल के भंडारों का खजाना है, जिनमें से कई दुर्लभ हैं, जिनके बारे में कुछ अनुमान $11 ट्रिलियन लगाए गए हैं।

Red Max Media
Author: Red Max Media

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