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भूटान में पहली बार दौड़ेगी रेलगाड़ी

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सांकेतिक तस्वीर

भूटान में पहली बार दौड़ेगी रेलगाड़ी, भारत के इस राज्य से जोड़ने की है योजना, डीपीआर पर मुहर लगते ही शुरू होगा काम;

इस परियजोना में दो अहम पुल, 29 बड़े पुल, 65 छोटे पुल, एक ‘रोड ओवर-ब्रिज’, 39 ‘रोड अंडर-ब्रिज’ और 11 मीटर लंबाई के दो पुल शामिल हैं।

टान को अब जल्द ही अपना पहला रेल लिंक मिलने वाला है। भारतीय रेलवे ने असम के कोकराझार से भूटान के गेलेफू तक रेल लाइन बिछाने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पूरी कर ली है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। प्रवक्ता ने कहा कि प्रस्तावित रेलवे लाइन के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण पहले ही पूरा हो चुका है, अब डीपीआर की मंजूरी का इंतजार है।

कोकराझार को भूटान के गेलेफू से जोड़ने की योजना

प्रवक्ता ने बताया कि प्रस्तावित 69.04 किलोमीटर रेलवे लाइन असम के कोकराझार स्टेशन को भूटान के गेलेफू से जोड़ेगी और इसकी अनुमानित लागत 3,500 करोड़ रुपये होगी। इस परियोजना में छह नए स्टेशन – बालाजन, गरुभासा, रुनिखाता, शांतिपुर, दादगिरि और गेलेफू का विकास शामिल है।

29 बड़े पुल, 65 छोटे पुल होंगे

बुनियादी ढांचा योजना में दो अहम पुल, 29 बड़े पुल, 65 छोटे पुल, एक ‘रोड ओवर-ब्रिज’, 39 ‘रोड अंडर-ब्रिज’ और 11 मीटर लंबाई के दो पुल शामिल हैं। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ अंतिम स्थान सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है और डीपीआर को आगे की मंजूरी और आवश्यक निर्देशों के लिए प्रस्तुत कर दिया गया है।’’

व्यापार, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

उन्होंने कहा, ‘‘प्रस्तावित रेलवे लाइन दोनों देशों के बीच व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ाकर भारत-भूटान संबंधों को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत करेगी। इससे संपर्क में भी सुधार होगा और भूटान को अपना पहला रेलवे लिंक मिलेगा और निर्बाध परिवहन की सुविधा मिलेगी।’’ प्रवक्ता ने कहा कि प्रस्तावित रेलवे लाइन प्रधानमंत्री की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ और ‘पड़ोसी पहले’ दृष्टिकोण के अनुरूप है।

Red Max Media
Author: Red Max Media

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