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करोड़ों की ड्रग्स की खेप को एनसीबी ने किया जब्त

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इंफाल व गुवाहाटी क्षेत्रों में 88 करोड़ ड्रग्स जब्त।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने दो टूक कहा है कि सरकार ड्रग माफिया पर कोई रहम नहीं करेगी। भाजपा सरकार ड्रग तस्करी से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा बरकरार रखने और मादक पदार्थ मुक्त भारत के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

उन्होंने कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 88 करोड़ मूल्य की मेथमफेटामाइन टैबलेट की एक बड़ी खेप बरामद की है और इस सिलसिले में इंफाल और गुवाहाटी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

 

ड्रग रैकेट का भंडाफोड़
मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं। गृह मंत्रालय के मुताबिक, 13 मार्च को एक अभियान के दौरान एनसीबी टीम ने इंफाल क्षेत्र से 102 किलोग्राम और गुवाहाटी क्षेत्र से लगभग आठ किलोग्राम मेथमफेटामाइन टेबलेट की खेप बरामद की थी। 

इस बरामदगी से एनसीबी ने गुवाहाटी और इंफाल में एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। बहरहाल, शाह ने अपने एक्स पोस्ट पर एनसीबी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मादक पदार्थों की बरामदगी मामले में जांच के प्रति समग्र दृष्टिकोण के शानदार प्रदर्शन का प्रमाण है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मादक पदार्थों के खिलाफ नरेंद्र मोदी सरकार की कार्रवाई जारी रहेगी। 

ड्रग्स के खिलाफ बढ़ी एनसीबी की ताकत
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पूर्वोत्तर क्षेत्र अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण मादक पदार्थों की तस्करी के दृष्टिकोण से भारत के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में से एक के रूप में उभरा है। इस कमजोरी को पहचानते हुए गृह मंत्रालय ने क्षेत्र में ड्रग्स के खिलाफ युद्ध को और मजबूत करने के लिए 2023 में एनसीबी की ताकत बढ़ाई है।

 

बयान में कहा गया है कि एनसीबी अपनी पांच क्षेत्रीय इकाइयों और पूर्वोत्तर में एक क्षेत्रीय मुख्यालय के माध्यम से क्षेत्र में सक्रिय मादक पदार्थों के तस्करों, विशेष रूप से मेथमफेटामाइन टैबलेट जैसे सिंथेटिक ड्रग की तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ लगातार काम कर रहा है जिसे ‘याबा’ के नाम से भी जाना जाता है। बयान में कहा गया है कि ये गोलियां न केवल क्षेत्र की युवा आबादी के लिए, बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं। 

कांग्रेस ने बोडो समझौते का मजाक उड़ाया

रविवार को असम के कोकराझार पहुंचने पर बोडो प्रादेशिक क्षेत्र में रह रहे विभिन्न समुदाय के लोगों के सांस्कृतिक दल ने अपनी सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करते हुए अमित शाह का स्वागत किया। इस अवसर पर धोतमा में आयोजित आल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन के 97वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब भाजपा नीत सरकार ने बोडो समझौते पर हस्ताक्षर किए तो कांग्रेस ने इसका मजाक उड़ाया। 

लेकिन, इससे क्षेत्र में शांति आई और विकास भी हुआ। शाह ने कहा कि केंद्र ने 35 लाख की आबादी वाले बोडोलैंड के विकास के लिए 1,500 करोड़ रुपये दिए हैं। बोडो समझौते के 82 प्रतिशत प्रविधानों को लागू किया जा चुका है और शेष को अगले दो वर्षों में लागू कर दिया जाएगा।

Red Max Media
Author: Red Max Media

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