

संभल में नगरपालिका की 29 बीघा जमीन पर साढ़े छह बीघा जमीन पर कब्जा कर आवास बना लिए गए हैं। आठ मार्च को पालिका के संपत्ति लिपिक की शिकायत पर तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम ने पैमाइश की थी जिसमें एक मस्जिद के साथ 31 मकान व दो प्लाट पर अतिक्रमण पाया गया था। डीएम ने निरीक्षण के बाद अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए हैं।
पालिका की भूमि पर 31 अवैध कब्जे
तहसील की टीम द्वारा मकानों के अभिलेख मांगने पर लोग कागजात नहीं दिखा सके। भूमि पर 31 लोगों ने अवैध रूप से मकान बना रखे हैं और उनमें निवास कर रहे हैं। दो खाली प्लाटों पर भी कब्जा पाया गया है। इसके साथ ही पैमाइश के दौरान सड़क से सटी एक मस्जिद का बड़ा हिस्सा भी पालिका की ही जमीन में मिला।
जामा मस्जिद पर पोताई के साथ लगवाई गईं रंग-बिरंगी लाइटें
जामा मस्जिद पर चल रही पोताई के साथ सोमवार को रंग-बिरंगी लाइटें भी लगवाई गई हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के संभल प्रभारी राजेश कुमार मीणा के नेतृत्व में अधिकारियों ने पोताई को देखा और मजदूरों से जानकारी ली। रविवार को पहले दिन 10 मजदूर लगाए गए थे। दूसरे दिन इनकी संख्या बढ़ाकर 14 कर दी गई।
जामा मस्जिद इंतेजामिया कमेटी की याचिका पर हाई कोर्ट ने 12 अगस्त को सशर्त अनुमति दी थी। कोर्ट का कहना था कि पोताई एएसआइ की निगरानी में होगी, जिसका खर्चा मस्जिद कमेटी करेगी। रविवार को पोताई का कार्य पश्चिमी हिस्से के पीछे वाली दीवार से शुरू किया गया था। जहां दीवार के साथ साथ गुंबद पर भी सफेदी की गई।
सोमवार को दूसरे दिन पिछले हिस्से की सामने वाली दीवार के सफेदी का कार्य पूरा हो चुका है। मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली का कहना है कि एएसआइ के अधिकारियों की निगरानी में पोताई कराई जा रही है। अभी मजदूर पर्याप्त संख्या में नहीं मिल पा रहे हैं। जल्द ही उनकी संख्या को बढ़ाया जाएगा।
