

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री साय ने बृहस्पतिवार को रायपुर रेलवे स्टेशन से पहली विशेष तीर्थ यात्रा ट्रेन को तिरुपति, मदुरै और रामेश्वरम के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बृहस्पतिवार को ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन’ योजना की शुरुआत की। सीएम साय ने एक्स हैंडल पर कहा कि आज रायपुर रेलवे स्टेशन से “मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना” का शुभारंभ किया। हरी झंडी दिखाकर श्रद्धालुओं को विशेष ट्रेन के माध्यम से तिरुपति, रामेश्वरम और मदुरै के लिए रवाना किया। इस अवसर पर उन्हें मंगलमय यात्रा की शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यात्रा के पहले चरण में प्रदेश के लगभग 780 श्रद्धालु तीर्थ यात्रा के लिए जा रहे है। हमारी सरकार योजना के अंतर्गत 60 वर्ष से अधिक आयु के श्रद्धालुओं के तीर्थ दर्शन के संकल्प को पूरा करने प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि इस पहली तीर्थ यात्रा ट्रेन में रायपुर और बलौदाबाजार-भाटापारा जिलों के 780 बुजुर्ग श्रद्धालु सवार हैं।
बुजुर्गों को इन जगहों पर घुमाएगी ट्रेन
मुख्यमंत्री साय ने तीर्थयात्रा पर जा रहे बुजुर्गों से बातचीत के दौरान कहा कि ‘‘आप सभी के चेहरे पर जो खुशी है, वही मेरा संतोष है।’’ उन्होंने कहा कि रामेश्वरम में आप लोग पवित्र रामसेतु देख सकेंगे, ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर सकेंगे। आप लोग मदुरै तीर्थ का भी दर्शन करेंगे जहां मीनाक्षी मंदिर है। तिरुपति में बालाजी का दर्शन करेंगे। दक्षिण भारत के तीर्थ स्थलों को देखने का यह सुंदर अवसर है।
सीएम राय ने दी ये जानकारी
सीएम साय ने कहा, ‘‘राज्य में मुख्यमंत्री रामलला (अयोध्या दर्शन) योजना के अंतर्गत अब तक 22 हजार से अधिक श्रद्धालु अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में 144 वर्षों उपरांत महाकुंभ का आयोजन हुआ और छत्तीसगढ़ के तीर्थयात्रियों ने भी बड़ी संख्या में इसमें हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सेवा एवं उनकी सुविधा का ध्यान रखने के लिए प्रयागराज मेला क्षेत्र में छत्तीसगढ़ पवैलियन तैयार किया गया था। जहां लगभग साढ़े चार एकड़ में तीर्थयात्रियों के रूकने की व्यवस्था थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब श्रद्धालुओं की यात्रा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत निरन्तर होती रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘इस योजना के लिए हमने 15 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इस योजना में उज्जैन, पुरी, द्वारिका, वैष्णो देवी, मथुरा, वृंदावन जैसे अनेक तीर्थ स्थलों को जोड़ा गया है, जिनकी निःशुल्क यात्रा कराई जाएगी। योजना में विधवा और परित्यक्त महिलाओं को भी शामिल किया गया है, जिससे उन्हें भी धार्मिक स्थलों के दर्शन का गौरव प्राप्त हो सकेगा।ट
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने दी ये जानकारी
राज्य की समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बताया कि इस योजना के तहत उन श्रद्धालुओं को यह अवसर प्राप्त होगा, जो अब तक आर्थिक सीमाओं के कारण तीर्थ यात्रा से वंचित रहे हैं। उन्होंने बताया कि योजना के तहत देशभर के 19 प्रमुख तीर्थ क्षेत्रों को शामिल किया गया है, जिनमें उज्जैन, ओंकारेश्वर, पुरी, हरिद्वार, काशी, शिरडी, वैष्णो देवी, अमृतसर, द्वारका, बोधगया, कामाख्या मंदिर, सबरीमाला जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल सम्मिलित हैं। राजवाड़े ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के कार्यकाल में चार दिसंबर 2012 को की गई थी। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी 2013 से 10 जून 2019 के मध्य इस योजना के अंतर्गत कुल 272 तीर्थ यात्राओं के माध्यम से 2,46,983 श्रद्धालुओं को लाभान्वित किया गया था।
