

नीतीश कुमार के घर हुई मीटिंग पर एनडीए के कई नेता शामिल हुए। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी इस मीटिंग का हिस्सा रहे। बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई।
अमित शाह दो दिन के बिहार दौरे के बाद पटना से रवाना हो चुके हैं। गृहमंत्री के दौरे का समापन नीतीश कुमार के आवास पर मीटिंग के साथ हुआ। इस मीटिंग में एनडीए गठबंधन के नेता जीतन राम मांझी, चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा, ललन सिंह मौजूद थे। बिहार में इसी साल चुनाव होने हैं, ऐसे में अमित शाह ने चुनाव को लेकर बैठक में चर्चा की और जोरशोर से चुनाव की तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए। बिहार में फिलहाल नीतीश कुमार की अगुआई में एनडीए गठबंधन की सरकार है। वहीं, केंद्र में भी एनडीए गठबंधन की ही सरकार है, जिसमें नीतीश का समर्थन अहम है। ऐसे में बीजेपी की कोशिश राज्य में एनडीए गठबंधन की सरकार बनाए रखने की होगी। वहीं, विपक्ष जदयू को एनडीए से अलग करने में जुटा है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अक्टूबर या नवंबर के महीने में होने की संभावना है। वर्तमान बिहार विधानसभा का कार्यकाल 23 नवंबर 2020 को शुरू हुआ था और यह 22 नवंबर 2025 को समाप्त होगा। भारतीय संविधान के अनुसार, विधानसभा का कार्यकाल 5 साल का होता है, और उसकी समाप्ति से पहले चुनाव कराए जाने जरूरी हैं। आमतौर पर चुनाव आयोग कार्यकाल खत्म होने से कुछ महीने पहले चुनाव की तारीखों का ऐलान करता है, जिसके आधार पर सितंबर-अक्टूबर 2025 में आचार संहिता लागू हो सकती है और अक्टूबर-नवंबर में मतदान हो सकता है।
बिहार विधानसभा की मौजूदा स्थिति
243 विधानसभा सीट वाले बिहार में सरकार बनाने के लिए कुल 122 सीटों की जरूरत होती है, लेकिन किसी भी पार्टी के पास इतनी सीटें नहीं हैं। यहां सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है, जिसके पास 79 विधायक हैं। वहीं, जेडी(यू) के पास 45 और भाजपा के पास 78 विधायक हैं। यहीं दोनों दल यहां गठबंधन सरकार चला रहे हैं। सीपीआई(एमएल)(एल) के पास 12 विधायक हैं और कांग्रेस के पास 19 विधायक हैं। हम (एस) के पास 4 विधायक, एआईएमआईएम के पास 1 विधायक, सीपीआई(एम) के पास 2, सीपीआई के पास 2 विधायक हैं। एक निर्दलीय विधायक भी है।
