

अहमदाबाद की ऐतिहासिक धरोहर मानी जाने वाली चंदोला झील का मात्र 14 वर्षों में पूरा नक्शा ही बदल गया है। 2010 में चंदोला झील के आसपास की हरियाली थी। लेकिन 2025 में यानि 14 साल बाद यहां की तस्वीर बदल चुकी है।
गुजरात के अहमदाबाद में चंदोला झील क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए बड़े पैमाने पर शुरू ध्वस्तीकरण अभियान बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। चंदोला झील के आसपास बने 2000 से ज्यादा अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने के लिए अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई।
बांग्लादेशी घुसपैठियों ने किया था अवैध कब्जा
बता दें कि अहमदाबाद की ऐतिहासिक धरोहर मानी जाने वाली चंदोला झील का मात्र 14 वर्षों में पूरा नक्शा ही बदल गया है। 2010 में चंदोला झील के आसपास की हरियाली और झील की जल भंडारण क्षमता अद्वितीय थी। लेकिन 2025 में यानि 14 साल बाद यहां की तस्वीर बदल चुकी है। यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि वर्तमान में झील के आसपास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हो चुका था। बांग्लादेशियों ने बड़े पैमाने पर अवैध रूप से जमीन हड़प ली।
2,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती
चंदोला झील बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए सबसे बड़ा आश्रय स्थल बन गया था। पिछले 14 वर्षों में ‘मिनी बांग्लादेश’ के नाम से मशहूर चंदोला झील का आकार तेजी से कम हुआ है और इसके अंदर पक्के मकान, मस्जिदें और छोटी-छोटी फैक्ट्रियां बनने लगी थी। अब सरकार ने इन अवैध घुसपैठियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। राज्य सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक अहमदाबाद नगर निगम ने अवैध निर्माण को गिराने के लिए 70 से ज्यादा ‘अर्थमूवर’ मशीनें और 200 ‘डंपर’ लगाए। वहीं, सरकार ने अभियान के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य रिजर्व पुलिस (SRP) की 20 कंपनियों के साथ लगभग 2,000 पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया।
‘सरकारी जमीन का एक-एक इंच हिस्सा वापस लेंगे’
राज्य के एक मंत्री ने कहा कि सरकार करीब 1.25 लाख वर्ग मीटर जमीन अनधिकृत कब्जे से मुक्त कराएगी। अहमदाबाद नगर निगम और शहर की पुलिस ने मंगलवार को इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर ध्वस्तीकरण अभियान शुरू किया। कुछ दिनों पहले ही जल निकाय के आसपास बनी बस्तियों से अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया गया था। ध्वस्तीकरण अभियान की निगरानी कर रहे गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों ने शहर के दानी लिमडा क्षेत्र में झील के आसपास 1.25 लाख वर्ग मीटर भूमि पर अवैध बस्ती बना ली है। उन्होंने कहा, हम अतिक्रमण हटाएंगे और सरकारी जमीन का एक-एक इंच हिस्सा वापस लेंगे। प्रशासन और पुलिस मानवीय दृष्टिकोण के साथ अभियान चला रहे हैं। लगभग 1.25 लाख वर्ग मीटर भूमि पर अवैध बांग्लादेशियों ने अतिक्रमण कर लिया है। इस अतिक्रमण को हटाने का अभियान अभी जारी है।
‘मास्टरमाइंड’ लालू पठान के खिलाफ FIR दर्ज
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, शहर की पुलिस ने 26 अप्रैल को चंदोला झील क्षेत्र में छापा मारा और लालू पठान उर्फ लल्लू बिहारी की मदद से क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे 150 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया। मलिक के अनुसार, चंदोला झील में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के पीछे के ‘मास्टरमाइंड’ लालू पठान के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि पठान ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को किराये का मकान दिलाने और आधार कार्ड प्राप्त करने में भी मदद की थी।
क्राइम ब्रांच द्वारा मंगलवार को दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, पठान अपने बेटे फतेह मोहम्मद पठान और 6 अन्य लोगों के साथ बिजली चोरी, अवैध रूप से बसने वालों को बिजली कनेक्शन दिलाने, किराया करार तैयार करने के लिए बिजली बिल का दुरुपयोग करने और सरकारी जमीन पर बने घरों से किराया लेने में संलिप्त था। उप नगर आयुक्त बी सी परमार ने बताया कि अवैध रूप से निर्मित लगभग 2,000 मकान, झोपड़ियां और अन्य संपत्तियों को ध्वस्त करने के लिए चिह्नित किया गया था।
