

इजरायल ने गाजा पर अब पूरी तरह नियंत्रण करने की योजना बना ली है। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की अध्यक्षता में इसका प्रस्ताव भी स्वीकार कर लिया गया है।
इजरायली सेना अब पूरे गाजा पर कब्जा करेगी। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की अध्यक्षता में कैबिनेट ने “पूरे गाजा” पर कब्जा करने की योजना को मंजूरी दे दी है। बता दें कि इजरायल और हमास के बीच अमेरिका की मध्यस्थता के बाद लागू हुए संघर्ष विराम समझौते के विफल हो जाने के बाद से इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने मार्च से ही ने फिलिस्तीनी क्षेत्र पर भीषण हमले करने शुरू कर दिए थे। तब से अब तक सैकड़ों लोग मारे गए हैं और बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया गया है।
एसोसिएटेड प्रेस ने दो अधिकारियों के हवाले से बताया कि इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने पूरे गाजा पट्टी पर कब्ज़ा करने और अनिश्चित समय तक वहाँ रहने की योजना को मंज़ूरी दे दी है। अगर इसे लागू किया जाता है, तो यह योजना फिलिस्तीनी क्षेत्र में इजरायल के संचालन को काफ़ी हद तक बढ़ा सकती है, जिससे पहले से ही गंभीर मानवीय संकट और भी बढ़ सकता है। इजरायल के कैबिनेट मंत्रियों ने सोमवार को सुबह-सुबह मतदान में इस योजना को मंज़ूरी दे दी, इससे कुछ ही घंटों पहले इजरायल के सैन्य प्रमुख ने कहा था कि सेना हज़ारों रिज़र्व सैनिकों को बुला रही है।
बेंजामिन नेतन्याहू की अध्यक्षता में पास हुआ प्रस्ताव
यह कदम प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली सरकार ने उठाया है। यह इजरायल की ओर से हमास पर बंधकों को मुक्त करने और अपनी शर्तों पर युद्ध विराम पर बातचीत करने के लिए उस पर दबाव बढ़ाने के प्रयासों का एक हिस्सा भी है। अधिकारियों ने एपी को बताया कि नई योजना का उद्देश्य इजरायल को हमास को हराने के युद्ध के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करना है।
रिपोर्टों के अनुसार, अब इजरायल का गाजा के लगभग 50 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण है। युद्धविराम समझौते के टूटने से पहले ही, इजरायल ने गाजा में भोजन, ईंधन और पानी सहित सभी मानवीय सहायता रोक दी थी, जिससे लगभग 19 महीनों के युद्ध में सबसे खराब मानवीय संकट पैदा हो गया है।
