

भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया है। हालांकि इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह साउथ ब्लॉक में रिव्यू मीटिंग कर रहे हैं, जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हैं। इसके अलावा सीडीएस और डिफेंस सेक्रेटरी भी इस मीटिंग में शामिल हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह साउथ ब्लॉक में सीडीएस, सेना प्रमुख, नौसेना प्रमुख, उप वायुसेना प्रमुख आर रक्षा सचिव के साथ स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत और पाकिस्तान सेना के बीच फिलहाल सीजफायर चल रहा है। इससे पहले पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों को नाकाम करने के बाद जब भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई शुरू की तो पाकिस्तान घुटनों के बल आ गया। इसके बाद पाकिस्तान की सेना के डीजीएमओ ने भारतीय सेना के डीजीएमओ को कॉल कर सीजफायर का प्रस्ताव दिया। इसके बाद भारत ने इस पर अपनी शर्तों पर सहमति जताई और पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
क्या बोले विदेश सचिव विक्रम मिसरी
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए हमलों से पनपे तनाव के बाद भारत और पाकिस्तान ने 10 मई को नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम समझौते पर सहमति जताई। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने 10 मई की शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई है। बता दें कि इसे लेकर कल दोनों ही देशों के डीजीएमओ के बीच बातचीत भी हुई, जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन भी किया।
पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रात 8 बजे देश को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की वजह बताई साथ ही पीओके को लेकर बड़ा ऐलान किया। पीएम मोदी ने कहा कि सीजफायर के लिए पाकिस्तान ने भारत के डीजीएमओ से तब संपर्क किया, जब उसके आर्मी बेस पर भारत ने तबाही मचा दी और पाकिस्तान की सभी मिसाइलों व ड्रोन को हवा में ही ध्वस्त कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ स्थगित हुआ है, बंद नहीं। अब आतंकी हमला हुआ तो पाकिस्तान ने में फिर घुसकर मारेंगे। अब आतंकी और पाकिस्तान को अलग नहीं समझेंगे। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अब बात सिर्फ पीओके पर होगी। इससे पाकिस्तान बौखला गया है।
