
संवाददाता अमन तिवारी की रिपोर्ट
केरल के वायनाड जिले में मंगलवार तड़के मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई. 400 से ज्यादा लोग इस क्षेत्र में फंसे हुए हैं. यहां बचावकर्मियों का पहुंचना मुश्किल हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वायनाड से सांसद रह चुके राहुल गांधी ने भी दुख जताया है.
अधिकारियों के अनुसार, सुबह-सुबह मेप्पडी के पास पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन के कारण मलप्पुरम में नीलांबुर क्षेत्र में बहने वाली चलियार नदी में कई लोगों के बह जाने की आशंका है. उन्होंने कहा कि वायनाड में मेप्पडी पंचायत के अंतर्गत मुंडक्कई और चूरलमाला गांवों में कई भूस्खलन की सूचना मिली है.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि भारतीय वायु सेना (IAF) के दो हेलीकॉप्टर कोयंबटूर के सुलूर से वायनाड के लिए रवाना होंगे. इसके अलावा, भारतीय सेना की रक्षा सुरक्षा कोर की दो बटालियन कन्नूर से वायनाड चली गई हैं.
केरल मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने बताया है कि हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं और वायुसेना को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा दिया गया है. सीएमओ ने कहा, ‘भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है. हेल्थ डिपार्टमेंट- नेशनल हेल्थ मिशन ने कंट्रोल रूम खोल दिया है और आपातकालीन सहायता के लिए 9656938689 और 8086010833 हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं. वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर एमआई-17 और एक एएलएच रवाना हो गए हैं.’ मंगलवार की सुबह चालियार नदी में आई बाढ़ के कारण नीलांबुर के पास पोथुकल पंचायत में कई शव बह गए. माना जा रहा है कि वे वायनाड में भूस्खलन के शिकार हुए हैं. जिला प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, एक बच्चे सहित तीन शव बरामद कर लिए गए हैं। माना जा रहा है कि कुछ अन्य लोग अभी भी उफनती नदी में बह रहे हैं.
