

देश के विभिन्न हिस्सों से प्रयागराज महाकुंभ में पहुंच रहे तीर्थयात्रियों की सुरक्षित वापसी के लिए रेलवे की ओर से व्यापक इंतजाम किए गए हैं। रेल मंत्री खुद भी निगरानी कर रहे हैं।
महाकुंभ में महाशिवरात्रि के महास्नान में उमड़ी भीड़ के लिए रेलवे की ओर से भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं। तीर्थयात्रियों की सुरक्षित और आरामदेह वापसी के लिए कुल 350 ट्रेन चलाई जा रही हैं। रेल मंत्रालय की ओर से यह बताया गया कि महाशिवरात्रि पर अंतिम अमृत स्नान के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से प्रयागराज महाकुंभ में पहुंच रहे तीर्थयात्रियों की सुरक्षित वापसी के लिए विस्तृत योजनाएं बनाई गई हैं। बयान में कहा गया है, ‘‘महाकुंभ 2025 का अंतिम अमृत स्नान 26 फरवरी को है, ऐसे में उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल समेत विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर स्नान करने के लिए प्रयागराज में एकत्रित हुए हैं।’’ बयान में कहा गया है कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षित और आरामदेह वापसी के लिए कुल 350 ट्रेन चलाने की योजना बनाई गई है।
अंतिम अमृत स्नान के लिए उमड़ी भीड़
प्रयागराज में महाकुंभ मेले में 63.36 करोड़ से अधिक तीर्थयात्री पवित्र स्नान कर चुके हैं। मंगलवार (25 फरवरी, 2025) को 1.11 करोड़ से ज्यादा लोग प्रयागराज पहुंचे। रेल मंत्रालय के अनुसार, पिछले दो दिनों– रविवार और सोमवार को बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखंड में स्टेशनों पर अंतिम अमृत स्नान के लिए प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक रही। मंत्रालय ने कहा,‘‘अमृत स्नान के बाद बड़ी संख्या में लोगों के अपने गृहनगर लौटने की उम्मीद है, जिससे रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ होने की संभावना हैइसे ध्यान में रखते हुए उत्तर मध्य रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे और उत्तर रेलवे ने व्यापक तैयारियां की हैं तथा सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कार्यस्थलों पर सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।’’
बड़ी तादाद में लोग प्रयागराज पहुंचे
उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, बंगाल समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर स्नान करने के लिए प्रयागराज में एकत्र हुए हैं। रविवार और सोमवार को बिहार के पटना, दानापुर, मुजफ्फरपुर, गया, सासाराम, कटिहार, खगड़िया, सहरसा, जयनगर और दरभंगा जैसे स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या काफी रही। इसी तरह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, लखनऊ, अयोध्या, वाराणसी, कानपुर, गोंडा, दीन दयाल उपाध्याय और झांसी समेत अन्य स्टेशनों पर भी तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई। मध्य प्रदेश के चित्रकूट, जबलपुर, सतना और खजुराहो जैसे स्टेशनों पर भी काफी भीड़ देखी गई, जबकि झारखंड के धनबाद, बोकारो, रांची, गढ़वा और मेदिनीनगर स्टेशनों से भी बड़ी संख्या में यात्री प्रयागराज पहुंचे।
अब तक 15,000 से ज्यादा ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं
इससे पहले मौनी अमावस्या के अवसर पर 360 से अधिक ट्रेनों का संचालन किया गया, जिसमें 20 लाख से अधिक लोगों को सफलतापूर्वक उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। इसी तरह महाशिवरात्रि स्नान के बाद अतिरिक्त ट्रेनें चलाने के विशेष इंतजाम किए गए हैं, जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल के लिए प्रयागराज के पास अतिरिक्त रेक तैनात किए गए हैं। शुरुआत में रेलवे ने महाकुंभ के दौरान करीब 13,500 ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई थी। हालांकि 42वें दिन तक बड़ी संख्या में स्पेशल ट्रेनों समेत 15,000 से अधिक ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रेल संचालन पर रख रहे निगरानी
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पूरे रेलवे संचालन पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सतीश कुमार सक्रिय रूप से ट्रेन संचालन की निगरानी कर रहे हैं। तीनों जोनल रेलवे के महाप्रबंधक अपनी टीमों के साथ रेलवे व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने में जुटे हुए हैं। रेल मंत्री ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सभी जोनल रेलवे के महाप्रबंधकों को निर्देश दिया है कि वे महाकुंभ यात्रियों की पूरी देखभाल सुनिश्चित करें और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त विशेष ट्रेनें भी चलाएं।
रेलवे की विशेष तैयारी
महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने बड़ी संख्या में ट्रेनें चलाने के अलावा यात्रियों की सुविधा के लिए सुरक्षा, ठहरने की व्यवस्था और आसान टिकटिंग समेत कई इंतजाम किए हैं। प्रयागराज क्षेत्र के सभी स्टेशनों पर 1500 से अधिक वाणिज्य विभाग के कर्मचारी और 3000 रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा प्रयागराज में रेलवे सुरक्षा विशेष बल की 29 टीमें, महिला रेलवे सुरक्षा विशेष बल की 2 टीमें, 22 डॉग स्क्वॉड और 2 बम निरोधक दस्ते तैनात किए गए हैं। स्काउट एंड गाइड, नागरिक सुरक्षा और अन्य विभागों की टीमें श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए काम कर रही हैं।
तीर्थयात्रियों की सुगम यात्रा के लिए प्रयागराज क्षेत्र के सभी स्टेशनों पर आंतरिक आवागमन की योजना लागू की गई है और तीर्थयात्रियों को विशेष ट्रेनों के जरिए उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।प्रयागराज जंक्शन स्थित कंट्रोल टावर से प्रयागराज मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सभी गतिविधियों की निगरानी की जा रही है और ट्रेन संचालन में व्यवधान को रोकने और विशेष ट्रेनों में तीर्थयात्रियों के सुरक्षित प्रस्थान को सुनिश्चित करने के लिए समय पर निर्णय लिए जा रहे हैं। विभिन्न स्टेशनों पर चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गईं हैं। महाकुंभ 2025 के दौरान, कई तीर्थयात्रियों ने रेलवे द्वारा दी जाने वाली डिजिटल सेवाओं का उपयोग किया। लाखों यात्रियों ने अपनी यात्रा आवश्यकताओं के लिए वेबसाइट और कुंभ ऐप का उपयोग किया। महाकुंभ के अंतिम सप्ताहांत के दौरान, रेलवे ने नियमित और विशेष दोनों ट्रेनों का कुशलतापूर्वक प्रबंधन किया।
