

परिवहन मंत्री प्रताप सरनाई ने सुरक्षा में लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए 23 सुरक्षाकर्मियों को काम से हटा दिया है। मंत्री ने स्पष्ट किया है कि एक हफ्ते के भीतर जांच रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाई ने सुरक्षा में लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए कड़ा कदम उठाया है। 23 सुरक्षाकर्मियों को काम से हटा दिया गया है और गुरुवार से नए सुरक्षाकर्मी तैनात करने के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही, परिवहन विभाग के कंट्रोलर और डिपो मैनेजर की जांच के आदेश दिए गए हैं। मंत्री ने स्पष्ट किया है कि एक हफ्ते के भीतर जांच रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि हमने परिवहन विभाग के अधिकारियों और ACS के साथ कल बैठक बुलाई है। हमारा उद्देश्य सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत करना है। नियमों को और सख्त किया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। परिवहन मंत्री ने यह भी कहा कि कई वर्षों से बंद पड़ी कबाड़ गाड़ियों में इस तरह की अनियमितताएं होती रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए अब कड़े कदम उठाए जाएंगे। इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पालकमंत्री अजित पवार ने भी कड़ी नाराजगी जताई है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। गुरुवार को मंत्रालय में इस मुद्दे पर अहम बैठक होने वाली है।
पुणे के स्वारगेट एसटी डिपो में 26 वर्षीय युवती के साथ हुआ था रेप
पुणे के स्वारगेट एसटी डिपो में 26 वर्षीय युवती के साथ रेप की चौंकाने वाली घटना सामने आई थी। पीड़िता सुबह के वक्त फलटण जाने के लिए बस डिपो में आई थी। दत्तात्रय रामदास गाडे नाम के आरोपी ने उसे गुमराह करके गलत बस में बिठाया और उसके साथ रेप किया। घटना स्वारगेट पुलिस स्टेशन से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित इस डिपो में घटी थी।
घटना के बाद पीड़िता ने जब इस बारे में अपने परिजनों को बताया तो पुलिस में शिकायत दर्ज की गई। इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा और अब परिवहन मंत्री ने ये बड़ी कार्रवाई की है।
