

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की तबीयत जेल में खराब होने के उनकी पार्टी के दावे ने खलबली मचा दी है। इसके बाद डॉक्टरों की टीम अडियाला जेल पहुंची और इमरान का चिकित्सीय परीक्षण किया।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की जान खतरे में है। उनकी पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने आरोप लगाया है कि इमरान खान की तबीयत जेल में काफी खराब चल रही है, लेकिन उनका उचित इलाज नहीं कराया जा रहा है। पीटीआई के इस आरोप के बाद पाकिस्तानी चिकित्सकों की एक टीम अडियाला जेल पहुंची और इमरान खान की चिकित्सीय जांच की। मीडिया में आयी खबरों में इसकी जानकारी दी गयी है।
बता दें कि इमरान खान अगस्त, 2023 से जेल में बंद हैं और उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) ने उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जतायी थी। ‘डॉन’ अखबार की खबर में बताया गया है कि पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीआईएमएस) की एक टीम ने पूर्व प्रधानमंत्री की चिकित्सीय जांच करने के लिए सोमवार को अडियाला जेल का दौरा किया। चार सदस्यीय टीम का नेतृत्व ईएनटी विशेषज्ञ डॉ.अल्ताफ हुसैन ने किया, जबकि टीम के अन्य सदस्यों में अस्पताल के दंत चिकित्सा विभाग से डॉ.उमर फारूक, जनरल मेडिसिन से डॉ.मोहम्मद अली आरिफ और जनरल सर्जरी से डॉ.तशफीन इम्तियाज शामिल थे।
30 मिनट तक हुई जांच
जांच 30 मिनट तक की गई। यह जांच हाल में पीटीआई द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद की गई है। विशेष रूप से पार्टी के सूचना सचिव शेख वक्कास अकरम ने दावा किया है कि सरकार ने इमरान खान को एकांत कारावास में रखा है। पीटीआई के एक अन्य नेता ने दावा किया था कि खान को उनकी बहनों या अन्य रिश्तेदारों से भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। पीटीआई के एक नेता ने कहा कि खान के पारिवारिक चिकित्सक को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है, जिससे उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। उनके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में चिकित्सकों की रिपोर्ट तुरंत जारी नहीं की गई। ‘
डॉन’ ने यह भी बताया कि इस्लामाबाद में अटकलें लगाई जा रही थीं कि पूर्व प्रधानमंत्री को किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित किया जा सकता है। हालांकि, ऐसे किसी भी दावे के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर ने पिछले महीने कहा था कि खान को ‘‘जल्द कहीं और स्थानांतरित किया जाएगा’’। हालांकि, उन्हें स्थानांतरित करने की योजना के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया।
