

बीजापुर के जंगलों में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को चारों ओर से घेर लिया है और एनकाउंटर लगातार जारी है। अभी तक तीन नक्सली मारे गए हैं।
छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा के जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए हैं। सुरक्षा बलों ने 3 दिन पहले सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियानों में से एक शुरू किया था। तलाशी अभियान और मुठभेड़ अभी भी जारी है।
कई अन्य नक्सलियों के मारे जाने की आशंका
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ सुबह छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में अंतरराज्यीय सीमा से लगे करेगुट्टा पहाड़ियों के जंगल में हुई। उन्होंने कहा कि अब तक मुठभेड़ स्थल से तीन नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं और मुठभेड़ में कई अन्य नक्सलियों के मारे जाने की भी आशंका है।
तेलंगाना पुलिस भी अभियान में शामिल
अधिकारी ने कहा कि तेलंगाना पुलिस भी अभियान में सहायता कर रही है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों की सबसे मजबूत सैन्य इकाई नंबर-1 और नक्सलियों की तेलंगाना राज्य समिति के बीच यह मुठभेड़ कई दिनों तक चल सकती है। उन्होंने कहा कि घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरा यह इलाका नक्सलियों की बटालियन नंबर-1 का गढ़ माना जाता है।
इलाके में सर्च अभियान जारी
नक्सलियों के खिलाफ इस अभियान में कई सुरक्षा इकाइयां शामिल हैं, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती वन क्षेत्रों में नक्सलियों की मौजूदगी और बुनियादी ढांचे को खत्म करना है। जानकारी के अनुसार, नक्सलियों को चारों ओर से घेर लिया गया है।
हाल में ही मारे गए थे तीन नक्सली
इससे पहले अभी हाल में ही बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीन नक्सलियों को मार गिराया था। मुठभेड़ स्थल से बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए थे। बीजापुर जिले के इंद्रावती इलाके के जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा, स्पेशल टास्क फोर्स और कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन या कोबरा की संयुक्त टीम ऑपरेशन के लिए गई थी।
