

कोलकाता मेट्रो की बड़ी घोषणा, जोका-माजेरहाट रूट पर 5 मई से चलाई जाएंगी और ट्रेनें
कोलकाता में मेट्रो सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है। दरअसल 5 मई से जोका-माजेरहाट पर्पल रूट पर और भी ज्यादा ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।
कोलकाता में रहने वाले उन लोगों के लिए खुशखबरी है, जो लोग मेट्रो सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं। दरअसल कोलकाता मेट्रो पर्पल लाइन पर और ट्रेनें चलाने जा रही है। इस कारण दो मेट्रो ट्रेनों की आवाजाही के बीच का अंतराल 50 मिनट से घटकर 22 मिनट रह जाएगा। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। 5 मई (सोमवार) से इन मेट्रो ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि वर्तमान में पर्पल लाइन शहर के दक्षिण-पश्चिम में जोका और माजेरहाट के बीच संचालित की जाती है। माजेरहाट से इस्पलेनेड तक लाइन का विस्तार करने के लिए फिलहाल निर्माण कार्य चल रहा है, जहां यह ब्लू और ग्रीन लाइनों से जुड़ेगी, जिससे यह व्यापक मेट्रो नेटवर्क के साथ एकीकृत हो जाएगी।
क्या बोले अधिकारी?
मेट्रो अधिकारियों के अनुसार, जोका-माजेरहाट खंड पर रोजाना ट्रेनों की आवाजाही की संख्या18 से बढ़कर 40 हो जाएगी, जिससे यात्रियों के लिए कनेक्टिविटी में काफी सुधार होगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले, 50 मिनट के अंतराल पर 18 सेवाएं संचालित की जा रही थीं। हालांकि शनिवार और रविवार को पर्पल लाइन बंद रहती है। बता दें कि इससे पहले कोलकाता में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो के 2.63 किलोमीटर लंबे सियालदह-एस्प्लेनेड खंड पर पहला रेल परीक्षण मंगलवार को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। मेट्रो रेलवे कोलकाता की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, ग्रीन लाइन की पश्चिम की ओर जाने वाली सुरंग के माध्यम से पहला परीक्षण मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक और कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (केएमआरसीएल) के अध्यक्ष पी उदय कुमार रेड्डी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया।
सफल परीक्षण पर क्या बोले महाप्रबंधक
बता दें कि इस परीक्षण के दौरान महाप्रबंधक मोटरमैन के ही केबिन में थे। यह परीक्षण सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर शुरू सियालदह मेट्रो स्टेशन से शुरू हुई। इस सफल परीक्षण के लिए उन्होंने सभी को बधाई दी। इस खंड के शुरू होने के बाद कोलकाता और उपनगरों के लोगों को एस्प्लेनेड भूमिगत मेट्रो स्टेशन के माध्यम से सियालदह और हावड़ा टर्मिनल स्टेशनों से शहर व आसपास के क्षेत्रों के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। एस्प्लेनेड भूमिगत मेट्रो स्टेशन से यात्री मेट्रो बदल सकते हैं। ईस्ट-वेस्ट मेट्रो का पूरा 16 किलोमीटर लंबा खंड हावड़ा मैदान से सेक्टर वी कॉरिडोर इस वर्ष तक शुरू होने की उम्मीद है।
