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UNSC, आज बंद कमरे में होगी अहम बैठक

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ रहा है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हालात इस तरह के बने हैं। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अहम बैठक होने वाली है।

पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की सोमवार को बंद कमरे में बैठक होगी। पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर आपात बैठक की मांग की थी। पाकिस्तान वर्तमान में 15 देशों की सदस्यता वाली सुरक्षा परिषद का एक अस्थायी सदस्य है। सुरक्षा परिषद की मई महीने के लिए अध्यक्षता यूनान कर रहा है।

पाकिस्तान ने किया था अनुरोध

पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच तनाव पर ‘बंद कमरे में परामर्श का अनुरोध किया था’ और सुरक्षा परिषद के वर्तमान अध्यक्ष यूनान ने पांच मई को दोपहर में बैठक निर्धारित की है। सुरक्षा परिषद के पांच वीटो धारक स्थायी सदस्यों – चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के अलावा परिषद में 10 अस्थायी सदस्य अल्जीरिया, डेनमार्क, यूनान, गुयाना, पाकिस्तान, पनामा, दक्षिण कोरिया, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया और सोमालिया हैं।

तनाव कम करने में मिल सकती है मदद

आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष यूनान के राजदूत इवेंजेलोस सेकेरिस ने पिछले सप्ताह कहा था कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति पर चर्चा करने के लिए बैठक का अनुरोध आता है, ”तो बेशक, मुझे लगता है कि यह बैठक होनी चाहिए, यह विचार व्यक्त करने का एक अवसर भी है और इससे तनाव कम करने में कुछ मदद मिल सकती है।”

‘आतंकवाद की करते हैं निंदा’

पाकिस्तान की ओर से फैलाए जा रहे आतंकवाद को लेकर ‘पीटीआई-भाषा’ के सवाल का जवाब देते हुए सेकेरिस ने कहा, ‘‘यह एक ऐसा मुद्दा है जो बहुत ही प्रासंगिक है। जैसा कि मैंने पहले कहा कि हम आतंकवाद के किसी भी कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं और यही हमने पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले पर किया है जिसमें निर्दोष लोग मारे गए।’’  सेकेरिस ने कहा कि ‘‘हम भारत सरकार, नेपाल और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम आतंकवाद की सभी रूपों में निंदा करते हैं, हर जगह जहां भी ऐसी (आतंकवादी) घटनाएं हो रही हैं, हम उनकी निंदा करते हैं। दूसरी ओर, हम इस तनाव को लेकर चिंतित हैं जो इस क्षेत्र में बढ़ रहा है।” सेकेरिस ने कहा, ‘‘हम तनाव कम करने और बातचीत के आह्वान में भी शामिल हैं ताकि स्थिति नियंत्रण से बाहर ना हो जाए।’’

भारत ने इस बात पर दिया जोर

इस बीच यहां यह भी बता दें कि, पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस सप्ताह की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन और पाकिस्तान को छोड़कर सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों के साथ बात की थी। जयशंकर ने सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ फोन पर हुई बातचीत में इस बात पर जोर दिया था कि ‘‘हमले के अपराधियों, समर्थकों और साजिश रचने वालों को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए।’’

यह भी जानें

जयशंकर ने यूनान के विदेश मंत्री जॉर्ज गेरापेट्राइटिस के साथ भी बातचीत की थी और पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की थी। जयशंकर ने कहा था कि भारत सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ यूनान के दृढ़ विरोध का स्वागत करता है और हमारी रणनीतिक साझेदारी हमारे संबंधों की गहराई को दर्शाती है। पिछले शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद ने संयुक्त राष्ट्र में प्रेस वार्ता में कहा था कि उनके देश को उचित लगने पर बैठक बुलाने का अधिकार है।

Red Max Media
Author: Red Max Media

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