

उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से तबाही मच गई है। इस भयावह हादसे में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए या तेज पानी में बह गए।
उत्तराखंड में कुदरत अपना कहर बरपा रहा है। आज उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में अचानक बादल फट गया। बादल फटते ही सैलाब आ गया। पहाड़ का मलबा सैलाब बनकर नीचे आ गया। देखते ही देखते इस भयावह घटना से चीख पुकार मच गई। बादल फटते ही खीर गंगा उफान पर आ गई। कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए या तेज पानी में बह गए। हादसे से पहले की धराली की सैटेलाइट इमेज सामने आ गई है। ऐसे में दोनों तस्वीरों में आप देखिए कि धराली में भयावह हादसे से पहले और बाद की क्या स्थितियां हैं?
गांव में अचानक मची इस तबाही से चारों तरफ चीख-पुकार और अफरा-तफरी का माहौल है। हादसे की तस्वीरों को देखकर इस घटना की भयावहता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
धराली के बाद सुक्खी गांव में भी फटा बादल
उत्तरकाशी में एक और जगह बादल फटा है। धराली के बाद सुक्खी गांव में बादल फटा है। धराली में बादल फटने का मंजर इतना खौफनाक था कि किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
पूरा गांव सैलाब में बहा
धराली में बादल फटने का मंजर इतना भयानक था कि किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला। कुछ सेकंड में पूरा गांव सैलाब में बह गया। इस आपदा की जो तस्वीरें सामने आई हैं, वो दिल दहला देने वाली हैं, जिनमें इंसान और घर, पलक झपकते ही, मलबे के साथ बहते नजर आ रहे हैं। यह उत्तराखंड में हाल की सबसे बड़ी तबाही में से एक है।
धराली में सैलाब का सितम
धराली में आई इस बाढ़ ने हर तरफ हाहाकार मचा दिया है। बादल फटने से खीर गंगा नदी का जलस्तर अचानक इतना बढ़ गया कि इसने रास्ते में आने वाली हर चीज को बहा दिया। इस त्रासदी से हुए नुकसान का पूरा अंदाजा लगाना अभी मुश्किल है, लेकिन बचाव दल राहत और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। इस घटना में अब तक 10 लोगों की मौत, 40 से ज्यादा लोगों के लापता होने और 100 से ज्यादा के फंसे होने की जानकारी है।
पांच होटल बहकर तबाह
इस विनाशकारी बाढ़ में 5 होटल पूरी तरह बहकर तबाह हो गए। बाढ़ आने से 10 से 12 मजदूरों के भी दबे होने की आशंका है। उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि जिस जगह बदल फटा है, वहां पर काफी होटल और रेस्टोरेंट हैं। उन्होंने बताया कि कुछ टूरिस्ट भी वहां फंसे हुए हैं।
