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यूपी कॉलेज पर वक्फ बोर्ड के दावे

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यूपी कॉलेज के छात्रों का विरोध प्रदर्शन
वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज में छात्रों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया और जुलूस निकालने की कोशिश की। पुलिस ने सात छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज परिसर में बनी मजार पर नमाज पढ़ी जा रही है और सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने कॉलेज की जमीन पर दावा ठोक दिया है। छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
 उदय प्रताप कॉलेज परिसर पर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ के दावे की नोटिस का मामला प्रकाश में आने के बाद से छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है। छात्र परिसर में बनी मजार पर नमाज पढ़ने का विरोध कर रहे हैं। छात्रों ने मंगलवार को कॉलेज में हनुमान चालीसा पाठ किया। इसके बाद जुलूस निकालने का प्रयास किया तो पुलिस ने सात छात्रों को गिरफ्तार कर लिया।
छात्रों का आरोप है कि शिक्षा के मंदिर में पहले मजार बनाई। बाद में नमाज पढ़ने लगे। इसके बाद साजिशन वक्फ बोर्ड ने यूपी कॉलेज की जमीन पर दावा ठोक दिया। दूर-दूर से नमाजियों की संख्या बढाकर अपनी ताकत दिखाने लगे। इसे लेकर वर्तमान व प्राचीन छात्र आक्रोशित हैं। सुबह से ही कालेज पुलिस सुरक्षा में तब्दील हो गया। एक-एक छात्र और व्यक्ति का परिचय पत्र चेक किया जा रहा था।
इसी दौरान छात्र संघ अध्यक्ष सुधीर सिंह व पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष व युवा परिषद के प्रदेश प्रमुख विवेकानंद सिंह सैकड़ों युवाओं को लेकर परिसर में जुलूस निकाले। पुलिस ने उन्हें मजार की तरफ नहीं जाने दिया। छात्र मुख्य गेट के पास बैठ हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। इसके बाद भोजूबीर चौराहे स्थित राजर्षि की प्रतिमा तक जुलूस निकाला। वहां से लौटने पर एसीपी विदुश सक्सेना के नेतृत्व में पुलिस छात्र नेताओं को हिरासत में लेने लगी।
उदय प्रताप कॉलेज में वक्फ बोर्ड के खिलाफ छात्रों ने निकाला जुलूस गेट के पास हनुमान चालीसा पढ़नें के बाद पुलिस ने कुछ बच्चों को हिरासत मे लिया और कुछ बच्चों ने जुलूस निकालकर गेट पर झंडा लगाया , इस दौरान भारी पुलिस फोर्स मौजूद रही। जागरण

 


इसका छात्रों ने विरोध किया। धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने सात छात्रों को गाड़ी में बैठा लिया। गाड़ी के सामने आकर छात्रों ने रोक दिया। छात्र नेताओं ने शांति बनाए रखने की अपील की तो वे हटे। पुलिस उन्हें शांतिभंग में गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले गई। 151 में चालान कर दिया।

 

शाम को वरुणा जोन के कार्यपालक मजिस्ट्रेट अतुल अंजान त्रिपाठी ने सभी को जमानत पर रिहा कर दिया। छात्रों के पक्ष में पातालपुरी मठ के महंत बालक दास व विशाल भारत संस्थान के अध्यक्ष डा. राजीव पुलिस लाइन पहुंच गए।

 

पुलिस चौकसी ने बवाल टाला

कॉलेज में बढ़ते विवाद को देखते हुए पुलिस की चौकसी काम कर गई। इस दौरान न तो छात्र मजार तक पहुंच पाए न ही बाहर से आने वाले नमाजी मजार तक जा सके। वे पांचों वक्त की नमाज नहीं पढ़ सके। पिछले कई दिन से दूर-दराज से लोग नमाज करने पहुंच रहे थे। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि स्नातक सेमस्टर परीक्षा चालू हो गई है। एक दो दिनों में स्नातक की परीक्षा भी चालू हो जाएगी। इस कारण सुरक्षा के लिए प्रशासन को कहा गया था।

 

साक्ष्यों के आधार पर हो वार्ता

युवा परिषद के प्रदेश प्रमुख विवेकानंद सिंह ने कहा कि राजर्षि की कर्मभूमि पर किसी वक्फ बोर्ड के दावे को लेकर हम शांति वार्ता के लिए तैयार है लेकिन साक्ष्यों के आधार पर। मजारों के नाम पर जो अतिक्रमण किया गया है उसकी भी जांच हो। सुधीर सिंह ने कहा कि अगर कुछ गड़बड़ हुआ तो तीव्र विरोध होगा।

 

 

उदय प्रताप कॉलेज में वक्फ बोर्ड के खिलाफ छात्रों ने निकाला जुलूस गेट के पास हनुमान चालीसा पढ़ते रहे, इस दौरान भारी पुलिस फोर्स लेकर उच्च अधिकारी भी मौजूद रहे । जागरण

 


क्या है विवाद का कारण

कॉलेज के 115वें स्थापना दिवस पर बीते 25 नवंबर को 2018 में उप्र सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ का यूपी कालेज की जमीन के स्वामित्व का दावा का पत्र प्रकाश में आया। पत्र में कहा गया कि ग्राम छोटी मसजिद नवाब टोक मजारात हुजरा भाेजूबीर की संपत्ति कालेज के नियंत्रण में है। इसे सुन्नी बोर्ड कार्यालय में पंजीकृत कराया जाए।
उदय प्रताप शिक्षा समिति के तत्कालीन सचिव यूएन सिन्हा ने इसका जवाब दिया था कि उदय प्रताप कालेज की स्थापना 1909 में हुई है। कालेज की जमीन इंडाउमेंट ट्रस्ट की है। चैरिटेबल इंडाउमेंट एक्ट के अंतर्गत आधार वर्ष के उपरांत ट्रस्ट की जमीन पर अन्य किसी का मालिकाना हक स्वयं समाप्त हो जाता है। इसी के बाद कालेज में बनी मजार पर नमाजियों की संख्या बढ़ने लगी। इससे छात्रों में आक्रोश व्याप्त हो गया और वे विरोध प्रदर्शन करने लगे।
Red Max Media
Author: Red Max Media

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