Search
Close this search box.

नकली नोट छापने वाले गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ्तार

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

नकली नोट छपने वाले गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर में पुलिस ने नकली नोट छापने वाले एक बड़े और खतरनाक गिरोह का भंडाफोड़ किया है जिसमें छह बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है और पांच लाख तीस हजार के नकली नोट और नोट बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं। गिरोह का सरगना समेत दो बदमाश अभी भी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।

नकली नोट छाप कर बाजार में चलाने वाले मेरठ के एक बड़े गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। गिरोह के छह बदमाशों को गिरफ्तार उनसे पांच लाख तीस हजार के नकली नोट और नोट बनाने के उपकरण बरामद किए है, जबकि गिरोह का सरगना समेत दो बदमाश फरार है, जो गाजियाबाद व हरियाणा के रहने वाले है। बरामद नकली नोटों में पांच सौ की दस व सौ की तीन गड्डी शामिल हैं। 

यह है पूरा मामला
एसपी देहात आदित्य बंसल ने बताया कि एसओजी टीम को सूचना मिली थी कि नकली करेंसी छापा कर बाजार में चलाने वाले गिरोह के दो बदमाश मेरठ नंबर की बुलेट लेकर आ रहे हैं। 

इसकी सूचना मिलते ही नगर कोतवाल अक्षय शर्मा ने एसओजी टीम के साथ नकली करेंसी के सौदगारों को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया और न्याजुपुरा के पास से नकली करेंसी के साथ दो बदमाशों को पकड़ लिया।

दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने न्याजूपुरा कब्रिस्तान के पास एक मकान में दबिश देकर वहां से चार अन्य बदमाशों को पकड़ लिया। पुलिस को मकान से नकली करेंसी छापने के उपकरण मिले। 

 

एसपी देहात ने बताया, बदमाशों से पांच सौ रुपये की दस व तीन सौ रुपये तीन नोटों की गड्डी बरामद की। उन्होंने पकड़े गए बदमाश गुड्डु, अंकित, फारूख उर्फ सितारा, रितेश उर्फ विपिन, निखिल व सुगनु उर्फ आकाश हैं, जबकि गिरोह के दो बदमाश रोहित व सचिन उर्फ जानी फरार हैं। 

किराए के मकान में छाप रहे थे नोट

एसपी देहात ने बताया, यह गिरोह वर्तमान में न्याजूपुरा-कब्रिस्तान वाले मार्ग पर किराए पर मकान लेकर नकली करेंसी छाप रहा था। गिरोह के हर बदमाश का काम अलग-अलग है। पुलिस से बचने के लिए यह गिरोह दिन में अन्य काम करता है और रात में नकली करेंसी की छपाई करता है। 

रितेश नकली करेंसी नोटों की डिजाइनिंग का काम करता है, जबकि सुगनु उर्फ आकाश, अंकित व निखिल नकली नोट प्रिंटर की सहायता से छपाई, वाटरमार्क लगाना, नोटों की कटिंग आदि कर नकली नोटों की गड्डियां तैयार करते हैं। 

बाजार में चलाने के लिए गुड्डु, सुगनु उर्फ आकाश और सचिन उर्फ जानी को दे दिए जाते हैं। यह बदमाश बाजार में नोटों को चलाने के अलावा 25 हजार में राह चलते लोगों को एक लाख रुपये की गड्डी बेच देते हैं। 

रोहित गिरोह का सरगना है जो फरार है। गिरोह की खास बात यह है कि नकली नोट चलाने के बाद स्थान बदल देता है। इस गिरोह के तार हरियाणा, उत्तराखंड से भी जुड़े हैं। फारूख पर मेरठ, सहारनपुर व बुलंदशहर में 17 मुकदमे हैं, जबकि गिरोह बदमाशों पर किसी पर दो तो किसी पर चार मुकदमे दर्ज हैं।

Red Max Media
Author: Red Max Media

Leave a Comment