

राजस्थान विधानसभा में इंदिरा गांधी पर किए गए अमर्यादित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस का गतिरोध अब खत्म हो चुका है। इस मामले में 6 निलंबित विधायकों के निलंबन को वापस ले लिया गया है।
राजस्थान विधानसभा में इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस विधायकों का गतिरोध अब समाप्त हो चुका है। इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, ‘सदन में गोविंद सिंह डोटासरा ने जो टिप्पणी की उसके लिए मैं माफी चाहता हूं। सदन चलाना सत्ता पक्ष की पहली जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री जी आप जो निर्देश देंगे वह हम निर्णय लेंगे, जो घटना हुई है वह सही नहीं है। सदन को चलाने की विशेष जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की है, आप सदन के नेता हैं।’ वहीं इस मामले पर विधानसभ अध्यक्ष ने कहा, ‘गोविंद सिंह डोटासरा ने जो अमार्यदित शब्द बोले हैं उसके लिए वो माफी मांगे। गोविंद सिंह डोटासरा की माफी के बाद कांग्रेस नेताओं ने धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया।’
कांग्रेस ने खत्म किया गतिरोध
बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया किया इंदिरा गांधी के लिए जो अमर्यादित शब्द का इस्तेमाल किया गया था, उसे रिकॉर्ड से हटा दें। इस पूरे मामले को लेकर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा, ‘थोड़ा धैर्य रखने की आवश्यकता है। अध्यक्ष पर विश्वास रखना चाहिए। हमें व्यवहार और आचरण सही रखना चाहिए। विपक्ष के नेताओं ने खेद व्यक्त किया और क्षमा मांगी। उनको अनुशासन का पालन करने के लिए सुनिश्चित करेंगे। जो टिप्पणियां हुई हैं वो इतिहास में कलंक के बराबर होंगी। जो टिप्पणियां हुईं वो क्षमा योग्य नहीं थी। अब जो भी डायस पर आएगा, उसको निलंबित माना जाएगा।’
विधायकों का निलंबन खत्म
उन्होंने कहा, ‘बाहर आलोचना करो और अंदर हाथ पैर पकड़ो ये गलत है। इस दौरान पूरे प्रकरण में निलंबित किए गए 6 विधायकों का निलंबन वापस ले लिया गया। बता दें कि जिन विधायकों का निलंबन वापस लिया गया है, उनमें कांग्रेस के 6 विधायक, गोविंद सिंह डोटासरा, रामकेश मीणा, हाकम अली खान, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गैसावत और संजय कुमार शामिल हैं।’ वहीं इस पूरे प्रकरण पर सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा, ‘जो गतिरोध ये ज्यादा बड़ी बात नहीं थी। जब हम बातचीत करते हैं तो वाद विवाद होता है, कई बार ऐसी स्थिति होती है जो नहीं कहना चाहते हैं वो भी निकल जाता है। सदन में आपसे बहुत उम्मीद हैं। हम अपने ईगो के लिए नहीं हैं, हम राजस्थान की जनता के लिए हैं।’
