

बिम्सटेक शिखर सम्मेलन की बैठक शुक्रवार चार अप्रैल को होगी। इस बैठक में वर्ष 2030 तक के एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस बीच एजेंडे का प्रस्ताव तैयार करने के लिए दो अप्रैल को सदस्य देशों के वरिष्ठ अधिकारियों और तीन अप्रैल को विदेश मंत्रियों की अलग-अलग बैठक होने वाली है। बिम्सटेक देशों के बीच अभी तक पांच शिखर सम्मेलन हो चुकी है।
अभी तक हुए पांच शिखर सम्मेलन
बिम्सटेक देशों के बीच अभी तक पांच शिखर सम्मेलन हो चुकी है लेकिन अभी तक किसी दृष्टिपत्र को जारी करने को लेकर सहमति नहीं बनी है। इसमें सदस्य देशों के बीच एक महत्वाकांक्षी कारोबारी समझौता भी शामिल है। अगर सदस्य देशों के बीच आपसी कारोबार को बढ़ाने को लेकर सहमति बन जाती है तो बंगाल की खाड़ी के पास स्थित पांच दक्षिण एशियाई देशों व दो दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के बीच कारोबार को लेकर की जाने वाली पहली सहमति होगी।
2015 के बाद सार्क की कोई बैठक नहीं हो सकी
इसके पहले दक्षिण एशियाई देशों के संगठन सार्क के तत्वाधान में दक्षिण एशिया क्षेत्रीय मुक्त व्यापार समझौते (साफ्टा) को लेकर विमर्श हुआ था लेकिन यह बहुत आगे नहीं बढ़ पाया था। वर्ष 2015 के बाद सार्क की कोई बैठक नहीं हो सकी है। उसकी जगह भारत ने बिम्सटेक को बढ़ावा देने की रणनीति अपनाई है।
शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे पीएम मोदी
आगामी शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। बिम्सटेक सचिवालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक आगामी बैठक में सदस्य देशों के बीच समुद्री मार्ग से यातायात करने को लेकर एक सहयोग स्थापित करने पर भी सहमति बनेगी। यह सहमित बंगाल की खाड़ी में इन देशों के बीच समुद्री मार्ग का कारोबार व यात्रा के लिए बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने का रास्ता साफ होगा।
