

मथुरा का सफर होगा आसान, यमुना एक्सप्रेस वे और दिल्ली-आगरा हाईवे से जोड़ने की योजना को मिली मंजूरी;
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अब जल्द ही इस योजना पर काम शुरू करने के प्रथम चरण में लिंक रोड के लिए भूमि का प्रबंधन करने हेतु राज्य सरकार को भू-अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू करने का अनुरोध करेगा।
अब मथुरा और वृंदावन आने-जानेवालों को जाम का संकट नहीं झेलना पड़ेगा। अच्छी खबर ये है कि यमुना एक्सप्रेस वे और दिल्ली-आगरा हाईवे से जोड़ने की योजना को मंजूरी मिल गई है। एक अधिकारी ने बताया कि नोएडा से मथुरा होकर आगरा तक जाने वाले यमुना एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को मथुरा में जोड़ने की उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद की 1,645 करोड़ रुपये की लागत वाली बहुप्रतीक्षित परियोजना को वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी दिन मंजूरी मिल गयी।
छह लेन की होगी सड़क
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अब जल्द ही इस योजना पर काम शुरू करने के प्रथम चरण में लिंक रोड के लिए भूमि का प्रबंधन करने हेतु राज्य सरकार को भू-अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू करने का अनुरोध करेगा। ब्रज तीर्थ विकास परिषद के पदेन मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एवं मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि 15 किमी लंबे इस रोड को यमुना एक्सप्रेस-वे के 101वें किमी से दिल्ली-आगरा हाईवे पर जैंत के समीप जोड़ा जाएगा। यह रोड छह लेन का होगा। 1645.72 करोड़ की इस परियोजना में यमुना पर एक पुल निर्माण भी प्रस्तावित है।
वित्त वर्ष के अंतिम दिन मिली मंजूरी
ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा करीब तीन वर्ष पूर्व इस योजना का रोडमैप तैयार कर शासन को भेजा गया था, जिसे वित्त वर्ष के अंतिम दिन मंजूरी मिल गयी। इस प्रकार की जानकारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा उप्र शासन को दी गयी है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार इससे पूर्व ही बांके बिहारी मंदिर के दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अयोध्या एवं वाराणसी के समान ही वृन्दावन में भी कॉरिडोर निर्माण की योजना को मंजूरी देते हुए इस वित्त वर्ष के लिए 150 करोड़ रुपये का प्रावधान इस वित्तीय वर्ष के बजट में कर चुकी है।
आवागमन में होगी सुविधा
उन्होंने बताया कि, “वृंदावन के लिए एक निर्दिष्ट निकास द्वार यह सुनिश्चित करेगा कि दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तीर्थयात्री और पर्यटक बिना यातायात की भीड़ के शहर में पहुंच सकें।” इस लिंक से लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी। पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों के लोगों को आगरा से मथुरा और वृंदावन तक आसानी से ट्रैवल कर सकेंगे। श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि वृंदावन में जुगल घाट से जहाँगीरपुर तक यमुना पर एक पुल बनाया जाएगा और 3,000 वाहनों की क्षमता वाली एक बहु-स्तरीय पार्किंग सुविधा भी विकसित की जाएगी। इससे आगंतुक अपने वाहनों को शहर के बाहर पार्क कर सकेंगे और स्थानीय यात्रा के लिए छोटे वाहनों का उपयोग कर सकेंगे, जिससे भीड़भाड़ कम होगी।
