

श्रीनगर में PDP के युवा सम्मेलन में महबूबा मुफ्ती ने वक्फ संशोधन कानून का विरोध करते हुए मुस्लिम समुदाय के समर्थन की बात कही। उन्होंने बीजेपी की नीतियों की आलोचना की और धार्मिक एकता बनाए रखने की अपील की।
जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के शेरे-कश्मीर पार्क में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी यानी कि PDP का युवा सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें पार्टी के सभी प्रमुख नेता और अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती शामिल हुईं। इस अवसर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने प्लेकार्ड और बैनर लेकर वक्फ कानून का विरोध जताया और इसे पूरी तरह से मुस्लिम विरोधी करार दिया। PDP नेताओं ने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में मुस्लिम समुदाय के हित में फैसला सुनाएगा।
‘इस मुद्दे पर समुदाय के साथ मजबूती से खड़े हैं’
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन जारी रखने और फिलिस्तीन के साथ एकजुटता व्यक्त करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘मैं उम्मीद करती हूं कि सुप्रीम कोर्ट वक्फ विधेयक के खिलाफ सुनवाई करते समय मुस्लिम समुदाय की सामूहिक भावनाओं को ध्यान में रखेगा।’ उन्होंने पूरे भारत के मुसलमानों के साथ एकजुटता जताते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग और उनकी पार्टी इस मुद्दे पर समुदाय के साथ मजबूती से खड़े हैं।
मुफ्ती ने मुर्शिदाबाद की घटनाओं की निंदा की
महबूबा मुफ्ती ने BJP पर पाखंड करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘बीजेपी पिछड़े मुसलमानों के उत्थान की बात करती है, लेकिन दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में मस्जिदों को ध्वस्त कर रही है और वक्फ की संपत्तियों पर कब्जा कर रही है।’ उन्होंने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हाल की घटनाओं की निंदा करते हुए कहा, ‘मुर्शिदाबाद में जो हुआ, वह गलत था। इस देश ने सिखों, मुसलमानों और हिंदुओं को एकजुट किया है। इस एकता को तोड़ने की कोशिश न करें। हमने इस देश को अपने हाथों से संभाला है, उन हाथों को जख्म न दें।’
दुलत के हालिया खुलासों पर भी बोलीं मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने जोर देकर कहा कि भारत सभी धर्मों का है और महात्मा गांधी की विरासत को दर्शाता है, न कि मुगल साम्राज्य का। उन्होंने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मुगलों के वारिस आप में से हैं, हम में से नहीं।’ पूर्व रॉ प्रमुख ए.एस. दुलत के हालिया खुलासों पर टिप्पणी करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व के राजनीतिक लेन-देन के बारे में उनके दावों में ‘कुछ भी नया नहीं है।’ उन्होंने दावा किया कि 2014 के जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता अमित शाह के साथ देर रात की बैठकों में सरकार गठन के लिए बिना शर्त समर्थन की पेशकश कर रहे थे।
