
भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनावों के साथ-साथ कई राज्यों में उपचुनाव के लिए भी कमर कस ली है। इसी दिशा में पार्टी ने उपचुनाव की सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। केरल की हाई प्रोफाइल वायनाड सीट से भाजपा ने नव्या हरिदास को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है। गौरतलब है कि यहां पर उनका मुकाबला कांग्रेस की प्रियंका गांधी से होगा।
भाजपा ने उपचुनावों के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। पार्टी ने वायनाड लोकसभा उपचुनाव के साथ-साथ असम, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के विधानसभा उपचुनावों के लिए भी उम्मीदवारों की सूची जारी की है।
वायनाड से भाजपा ने नव्या हरिदास को मैदान में उतारा है, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा से होगा। गौरतलब है कि राहुल गांधी के सीट छोड़ने के बाद यह खाली हुई थी, जहां से पार्टी ने प्रियंका गांधी को चुनाव लड़ाने की घोषणा की थी।
इसके अलावा भाजपा ने बिहार की तरारी सीट से विशाल प्रशांत, रामगढ़ से अशोक कुमार सिंह को प्रत्याशी बनाया है। राजस्थान की झुंझनू से राजेंद्र भांबू और रामगढ़ से सुखवंत सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा पार्टी ने और भी कई सीटों के लिए उम्मीदवार की घोषणा की है।
प्रियंका 23 को करेंगी नामांकन
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अपने राजनीतिक जीवन के पहले चुनाव के लिए 23 अक्टूबर को केरल की वायनाड लोकसभा सीट से नामांकन करेंगी। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी इस मौके पर अपनी बहन के साथ मौजूद रहेंगे। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की सेहत ने इजाजत दी तो वे भी बेटी के नामांकन के दौरान मौजूद रहेंगी।
इसके साथ ही पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं की फौज और कांग्रेस के कुछ मुख्यमंत्रियों के भी इस दौरान वायनाड में रहने की संभावनाएं हैं। वानयाड उपचुनाव की घोषणा के चंद घंटों के भीतर ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रियंका को पार्टी उम्मीदवार बनाए जाने का एलान कर दिया था। 2024 के लोकसभा चुनाव में दो सीटों वायनाड़ और राय बरेली से जीते राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ तत्काल छोड़ दी थी।
भूस्खलन की वजह से उपचुनाव में हुई देरी
वायनाड सीट से अपने इस्तीफे के वक्त ही राहुल गांधी ने साफ कर दिया था कि वे रायबरेली का प्रतिनिधित्व करेंगे और प्रियंका वायनाड के चुनावी मैदान में उतर कर यहां के लोगों के दुख-दर्द की साझेदार बनेंगी। वायनाड उपचुनाव में कुछ महीने की देरी वहां आए भीषण भूस्खलन की वजह से हुई है।
