

ब्रिसबेन टेस्ट मैच के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया के लिए ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ ने बेहतरीन शतक जमाए, जिसके चलते ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बड़ा स्कोर खड़ा किया. टीम इंडिया के बाकी गेंदबाज कोई असर नहीं डाल सके, ऐसे में एक बार फिर जसप्रीत बुमराह को ही सारा जोर लगाना पड़ा.
जिस बात का डर ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले जताया जा रहा था, वो तीसरे टेस्ट मैच में पूरी तरह से सच साबित हो गया. ब्रिसबेन में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन टीम इंडिया के उप-कप्तान और स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अकेले ही ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों से मोर्चा लेते हुए नजर आए, जबकि बाकी अन्य तेज गेंदबाज कोई भी खास असर नहीं डाल सके. इसका ही असर था कि ऑस्ट्रेलिया ने एक बड़ा स्कोर बना दिया लेकिन बुमराह ने फिर भी दम दिखाया और ऑस्ट्रेलिया की आधी टीम को निपटा दिया. इस तरह बुमराह ने सीरीज में दूसरी बार पारी में 5 विकेट लेकर अपनी बेहतरीन फॉर्म का एक और नजारा पेश किया.
मोहम्मद शमी के इस दौरे पर नहीं आने के बाद से ही ये डर जताया जा रहा था कि टीम इंडिया के लिए पूरी सीरीज में बुमराह को ही पूरा दारोमदार उठाना पड़ेगा. उनके साथ मोहम्मद सिराज के रूप में एक अनुभवी साथी गेंदबाज जरूर है लेकिन उनकी हालिया फॉर्म बहुत अच्छी नहीं रही है. वहीं आकाश दीप, हर्षित राणा और नीतीश कुमार रेड्डी के रूप में अनुभवहीन गेंदबाजों के होने से बुमराह के भरोसे ही टीम इंडिया इस सीरीज में उतरी और लगातार तीसरे टेस्ट में ये बात सही साबित हो गई.
पर्थ और एडिलेड टेस्ट में बुमराह को फिर भी थोड़ा साथ दूसरे गेंदबाजों से मिला था लेकिन ब्रिसबेन में वो पूरी तरह अकेले लड़ाके बनकर रह गए. मैच के दूसरे दिन रविवार 15 दिसंबर को बुमराह ने शुरुआत में ही ऑस्ट्रेलिया के दोनों ओपनर्स को आउट कर दिया था. इसके बाद स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड टीम इंडिया पर टूट पड़े. दोनों ने शानदार शतक जमाए और टीम को 300 रनों के पार पहुंचाया. आखिरकार इस साझेदारी को भी बुमराह ने ही स्मिथ को आउट कर तोड़ा. दूसरी नई गेंद से बुमराह ने स्मिथ को आउट किया. फिर दो ओवर बाद दोहरा झटका दिया. पारी के 87वें ओवर में बुमराह ने पहले मिचेल मार्श को और फिर ट्रेविस हेड के रूप में सबसे बड़ी रुकावट को दूर किया.
जहीर को पीछे छोड़ा, ऑस्ट्रेलिया को तीसरी बार झटका
ट्रेविस हेड के विकेट के साथ ही बुमराह ने इस पारी में अपने 5 विकेट भी पूरे कर लिए. ये इसलिए भी खास है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया का छठा विकेट ही गिरा था और उसमें से 5 बुमराह ने हासिल किए थे. ये बुमराह के टेस्ट करियर में 12वां मौका है, जब उन्होंने एक पारी में 5 विकेट लिए. इस तरह वो जहीर खान और इशांत शर्मा (दोनों 11-11 बार) से आगे निकल गए और सबसे ज्यादा बार 5 विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बने. उनसे आगे सिर्फ कपिल देव (23) हैं लेकिन बुमराह ने सिर्फ 82 पारियों में ये कमाल किया है.
वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुमराह ने अपने करियर में तीसरी बार पारी में 5 विकेट लिए हैं और ये तीनों ऑस्ट्रेलिया में आए हैं. इसमें से दो बार तो उन्होंने इसी सीरीज में ये उपलब्धि हासिल की है. इससे पहले उन्होंने पर्थ टेस्ट की पहली पारी में भी 5 विकेट झटके थे. कुल मिलाकर 43 टेस्ट में ही बुमराह ने 190 विकेट पूरे कर लिए हैं.
