

कनाडा के 260 से अधिक कॉलेज भारत में मानव तस्करी के अपराधों में शामिल रहे हैं और यहां के नेटवर्कों के साथ मिलकर कई लोगों को अवैध रूप से अमेरिका पहुंचाने का झांसा दिया है। यह खुलासा किया है प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने। ईडी ने बताया कि इसके लिए एक व्यक्ति से 55 से 60 लाख रुपये तक वसूले जाते थे।
अवैध रूप से अमेरिका भेजने की सुनियोजित साजिश
यह खुलासा ईडी द्वारा डीसीबी, अपराध शाखा, अहमदाबाद की ओर से भावेश अशोकभाई पटेल और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर शुरू किए गए एक मामले की जांच के दौरान हुआ है, जब गुजरात के डिंगुचा गांव के चार भारतीय नागरिकों का परिवार 19 जनवरी, 2022 को कनाडा-अमेरिका सीमा पर मृत पाया गया था।
एक व्यक्ति से वसूले जाते थे 55 से 60 लाख रुपये
ईडी ने कहा, ‘तलाशी अभियान के दौरान 19 लाख रुपये के बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए गए और कई अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए।’ एजेंसी ने बताया कि इसके अलावा दो वाहन भी जब्त किए गए। ईडी के अनुसार, सभी आरोपियों ने एक-दूसरे के साथ मिलकर निर्दोष भारतीय नागरिकों को प्रति व्यक्ति 55 से 60 लाख रुपये की भारी रकम वसूल कर कनाडा के रास्ते अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश कराने का लालच दिया।
दो संस्थाओं ने किया कॉलेजों से समझौता
संघीय एजेंसी ने कहा, ‘इसके मद्देनजर कनाडा स्थित कॉलेजों द्वारा प्राप्त शुल्क को व्यक्तियों के खाते में वापस भेज दिया गया। यह पता चला है कि मुंबई और नागपुर स्थित दो संस्थाओं ने एक संस्था के साथ कमीशन के आधार पर विदेशों में स्थित विश्वविद्यालयों में छात्रों के प्रवेश के लिए समझौता किया है, जिससे अवैध रूप से अमेरिका में प्रवास करने के इच्छुक छात्रों ने संपर्क किया था।’
