

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हाई लेवल मीटिंग की। इस मीटिंग में रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजद रहें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक हुई, जो करीब 70 मिनट तक चली, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं- थल सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुखों ने हिस्सा लिया।
यह बैठक जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद बुलाई गई, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने कड़े कदम उठाने के संकेत दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के पीछे के आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को पृथ्वी के छोर तक खदेड़ने और उन्हें कठोरतम सजा देने की कसम खाई है, जो स्पष्ट रूप से पाकिस्तान की ओर इशारा है, जिसका भारत में आतंकवादी हमलों को प्रायोजित करने का इतिहास रहा है।
आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर रणनीति पर चर्चा
बैठक में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर रणनीति पर चर्चा की गई। सूत्रों के अनुसार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री से 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थी। इस दौरान CDS जनरल अनिल चौहान ने रक्षा मंत्री को हमले के बाद उठाए गए कुछ अहम निर्णयों की जानकारी दी थी।
आतंकी हमले के बाद सरकार ने बुलाई थी सर्वदलीय बैठक
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार ने एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी, जिसमें सभी विपक्षी दलों ने सरकार को आतंकवाद के खिलाफ उठाए जाने वाले हर कदम में पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया। कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति (CCS) की बैठक भी इस हमले के तुरंत बाद बुलाई गई। इस बैठक में हमले के पीछे सीमा पार की साजिशों का खुलासा किया गया। यह भी बताया गया कि यह हमला जम्मू-कश्मीर में सफलतापूर्वक संपन्न हुए चुनावों और राज्य के आर्थिक विकास की ओर बढ़ते कदमों के बीच हुआ है।
